दैनिक बद्री विशाल
रुड़की/संवाददाता
रुड़की का राजकीय चिकित्सालय प्रदेश का पहला ऐसा अस्पताल बन गया हैं, जहां अत्याधुनिक एलडीआर (लेबर डिलीवरी रिकवरी) बनाया गया हैं, इस एलडीआर का आज स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती व मेयर गौरव गोयल ने फीता काटकर उद्घाटन किया।
उद्घाटन अवसर पर बोलते हुए महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. अमिता उप्रेती ने बताया कि राजकीय चिकित्सालय रुड़की में प्रतिमाह औसतन करीब 200 डिलीवरी होती हैं। अस्पताल में होने वाली डिलीवरी की संख्या को देखते हुए लेबर रुम काफी छोटा था। जिससे गर्भवती महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब राजकीय चिकित्सालय इस समस्या से नहीं जूझेगा, क्योंकि आज रुड़की अस्पताल का डिलीवरी रुम सुविधाओं से सम्पन्न हो चुका हैं। सिविल अस्पताल में एलडीआर रुम आज से मरीजों के लिए खोल दिया गया हैं। इस रुम में गर्भवती महिला को एक ही टेबल पर लेबर पेन, डिलीवरी से लेकर आगे का ईलाज किया जायेगा। उन्होंने बताया कि एलडीआर टेबिल पूरी तरह अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। प्रकार की सुविधा देने वाला यह सिविल अस्पताल राज्य का पहला अस्पताल हैं। सुविधा एलडीआर रुम में लगाई गई टेबिल हाइड्रोलिक हैं, जिसको मरीज की सुविधा के अनुसार उपर नीचे किया जा सकता हैं। तीन वार्मर मशीने भी एलडीआर रुम में लगाई गई हैं, जिसमें नवजात बच्चों को रखा जायेगा। इस अवसर पर स्वास्थ्य मिशन के निदेशक युगल किशोर पंत, सीएमओ डॉ. सरोज नैथानी व सीएमएस रुड़की डॉ. संजय कंसल भी मौजूद रहे। वहीं मेयर गौरव गोयल ने महानिदेशक के समक्ष डायलेसिस सुविधा दिये जाने की मांग की। साथ ही ब्लड कम्पोनेंट सेंटर को जल्द चालू कराने की मांग उठाई। ताकि प्लेटलेट्स के लिए मरीजों को बाहर का रुख न करना पड़े और कम खर्चे पर इच्छा ईलाज मिल सके। वहीं डीजी हैल्थ ने आश्वासन दिया कि तीन महीने के अंदर डायलेसिस की सुविधा भी अस्पताल में चालू करा दी जायेगी। वहीं आशाओं ने ने भी डिली हेल्थ के समक्ष अपनी समस्याओं को रखा और महिला चिकित्सक को 24 घंटे अस्पताल में तैनात करने की मांग की। ताकि देर रात्रि डिलीवरी के लिए लाई गई महिलाओं को समय पर उपचार मिल सके। साथ ही आशाओं ने ब्लड टेस्ट लैब को भी 24 घंटे खोले जाने की मांग की। जिस पर महानिदेशक ने कहा कि ओपीडी के समय के अलावा मरीज को सीधे इमरजेंसी में लाए, तो वहां सभी सुविधाएं 24 घंटे उपलब्ध मिलेगी।