दैनिक बद्री विशाल
रुड़की/संवाददाता
रुड़की रेलवे स्टेशन के अधीक्षक सुनील कुमार वर्मा यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गम्भीर नहीं हैं, यहां कोई बड़ा हादसा हो जाये, इससे इंकार नहीं किया जा सकता। एक ओर जहां सरकार सुरक्षा को लेकर काफी मुस्तैद हैं, वहीं केंद्र सरकार द्वारा देश-प्रदेश के सभी रेलवे स्टेशनों के मुख्य द्वार पर मैटल डिटेक्टर लगवाये गये हैं, ताकि किसी भी प्रकार का अवैध हथियार, बम या अन्य हानिकारक वस्तु पकड़ में आ सके। तमाम स्टेशनों पर यात्री जब ट्रेन में सवार होते हैं, उससे पहले उन्हें इन्हीं मैटल डिटेक्टरों से होकर गुजरना पड़ता हैं। यही नहीं पुलिस भी मौजूद होती हैं और वह यात्रियों की सुरक्षा में कोई चूक नहीं छोड़ना चाहती। लेकिन हैरत की बात है कि पिछले कुछ माह से ही रुड़की रेलवे स्टेशन पर सरकार द्वारा सुरक्षा के मद्देनजर मैटल डिटेक्टर लगवाये गये थे, ताकि संदिग्ध वस्तु को पकड़ा जा सके। लेकिन लगने के बाद ही यह कब खराब हो गये, किसी को पता भी नहीं चल पाया। मौजूदा समय में मैटल डिटेक्टर काम नहीं कर रहे हैं और उनमें तकनीकी गड़बड़ हैं। इस बात से पता चलता है कि स्टेशन पर तैनात बड़े अधिकारी यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गम्भीर नहीं हैं और उनके द्वारा कई माह बीत जाने के बाद भी इन्हें ठीक नहीं कराया गया। इसे यात्रियों की सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा सकता हैं। कोई भी संदिग्ध व्यक्ति अवैध हथियार आदि लेकर यहां से आराम से निकलकर ट्रेन तक जा सकता हैं। इसमें एक बड़ा सवाल यह भी है कि स्टेशन अधीक्षक को यह तक मालूम नहीं कि उनके स्टेशन पर क्या चीज खराब हैं और क्या नहीं। यही नहीं स्टेशन पर साफ सफाई को लेकर भी कोई ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई जाती। जब अधिकारी स्टेशनों के दौरे पर होते हैं तो इन स्टेशनों पर टैम्प्रेरी रुप से तमाम व्यवस्थाएं सुचारू कर दी जाती हैं और बाद में उन्हें हटा लिया जाता हैं। स्टेशन अधीक्षक की यह लापरवाही कभी भी भारी पड़ सकती हैं।