कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व निरस्त करने के आदेश पर पुनः विचार करे सरकार
व्यापारियों ने किया सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
हरिद्वार। राज्य सरकार द्वारा लगातार मार्च से हरिद्वार में होने वाले गंगा स्नान व धार्मिक अनुष्ठान गतिविधियों को स्थगित किए जाने से नाराज व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने पुरानी सब्जी मंडी स्थित प्रांगण में हाथों में प्रतिक्रात्मक रूप से पुड़िया लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी व्यापारी संगठनों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से स्नान पर्व आदि के स्थगित किए जाने के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे व्यापारियांे को आश्रम-अखाड़ों की तर्ज पर आर्थिक मदद देने की मांग की।
व्यापारियों ने कहाकि प्रदेश सरकार द्वारा पहले चार धाम यात्रा को स्थगित किया गया। उसके उपरांत कावड़ मेला और लगातार गंगा स्नान व धार्मिक गतिविधियों को आम जनता के लिए प्रतिबंधित किया जाने से धर्मनगरी, हरिद्वार के तमाम व्यापारियों को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है। व्यापारियों की आर्थिक तंगी के दृष्टिगत राज्य सरकार की ओर से जिस प्रकार से अखाड़ों को अनुदान दिया गया है, साधु-सन्यासियों की अखाड़ों की तर्ज पर व्यापारियों की जनगणना कराकर व्यापारियों को भी 05-05 लाख की अनुदान राशि दें राज्य सरकार।
इस अवसर पर ऑल इंडिया उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहाकि हरिद्वार में हर माह पड़ने वाले गंगा स्नानांें को राज्य सरकार की ओर से स्थगित किया जाना हरिद्वार की जनता, व्यापारियों के साथ न्यायपूर्ण रवैया नहीं है। उन्होंने कहाकि राज्य सरकार को कोरोना वैश्विक महामारी की वजह से वैसे ही हरिद्वार के व्यापारी अपना कारोबार पूर्ण रूप से संचालित नहीं कर पा रहे हैं, ऐसे में लगातार राज्य सरकार द्वारा गंगा स्नान पर्व आम जनता को प्रतिबंधित किए जाने से व्यापारियों के सामने कारोबारी संकट उतपन्न हो रहा है। प्रदेश सरकार को चाहिए की वह व्यापारियों की जनगणना कराकर उचित रूप से साधु-संतों के अखाड़ों की तर्ज पर अनुदान राशि दे। इसके साथ ही कोरोना महामारी के कारण बिजली, पानी के बिल, बच्चों की फीस भी माफ की जानी चाहिए।
इस अवसर पर अशोक पाराशर, अनिल गुप्ता, राजेश खुराना, संजय बंसल, सोनू गर्ग, अवधेश कोठियाल, कुंवर सिंह मंडवाल, राधेश्याम रतूड़ी, राहुल वर्मा, संजीव गुप्ता, अजय सक्सेना, मोहित गर्ग, राजेश खन्ना, प्रदीप अग्रवाल, कुलदीप खन्ना, मुकेश राणा, राजेश दुआ, पंडित प्रभाकर शर्मा, अजय कुमार आदि शामिल रहे।