हरिद्वार। स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के महासचिव जितेंद्र रघुवंशी ने कहा 12 मार्च से आजादी का अमृत महोत्सव आरंभ हो गया। जिसमें किसी भी स्वतंत्रता सेनानी के परिवार के सदस्यों को शामिल नहीं गया है। इसके बदले फिल्मी एक्टर, खिलाड़ी एवं अन्य नामचीन हस्तियों को शामिल किया गया है। जिन्हें स्वतंत्रता के बारे में कुछ भी पता नहीं है। सरकार के इस कदम से स्वतंत्रता सेनानियों की भावनाएं आहत हुई है। भारत सरकार द्वारा गठित पूर्व तथा वर्तमान स्वतंत्रता सेनानियों की एमिनेंण्ट कमेटी में सेनानी परिवारों के लिए संघर्षरत किसी भी संगठन को कमेटी में सम्मिलित ना करके सरकार ने सैनानी परिवारों का अपमान किया है। इस उपेक्षा, अपमान से देशभर के स्वतंत्रता सेनानी, शहीद संगठन आक्रोशित है। जिसमें शनिवार 3 अप्रैल को संगठन के संरक्षक राष्ट्रपति के नाम से ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा। 4 अप्रैल को दिल्ली में पंक्ति धरना दिया जाएगा इसके उपरांत कार्यवाही नहीं होने पर आगामी 7 अगस्त से अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा।
प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए जितेंद्र रघुवंशी ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति की ओर से मांगों को लेकर राष्ट्रपति को भेजा गया है। जिसमें स्वतंत्रता सेनानी संग्रह स्मारक की स्थापना, संवैधानिक संस्थाओं में मनोनयन, स्वतंत्रता सेनानी परिवार आयोग का गठन, राष्ट्रीय परिवार का दर्जा दिया जाना, केंद्र सरकार द्वारा परिचय पत्र जारी करना, आर्थिक सहायता का प्रावधान तय किया जाना, पाठ्यक्रम में जीवनी को शामिल किया जाना, लंबित मामलों का शीघ्र निस्तारण आदि मांगों को लेकर कार्रवाई की मांग की गई है। इसके लिए सरकार को 31 जुलाई तक का समय भी दिया गया है। इसके उपरांत कार्यवाही नहीं होने पर 9 अगस्त से दिल्ली में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा। भारत भूषण विद्यालंकार स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के नेतृत्व में आयोजित की गई जिसमें उनके द्वारा केंद्र सरकार तथा राज्य सरकारों द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों तथा उनके उत्तराधिकारियों का जो अपमान किया जा रहा है। उससे स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी अपने आप को बहुत आहत महसूस कर रहे हैं। जिस के संबंध में उनके द्वारा भारत में प्रत्येक जिला स्तरों पर भारत के महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन पत्र प्रेषित किया जा रहा है। संपूर्ण देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी दिल्ली में आंदोलनात्मक कार्यक्रम आयोजित कर डेरा डालने का काम करेंगे। उनका कहना है की भारत में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की दो करोड़ की जनसंख्या है और पूरे देश में 2 करोड़ जनसंख्या वाली सेनानी आंदोलन पर उतर जाएगी। प्रेस वार्ता में सुभाष चंद्र छाबड़ा, भारत भूषण विद्यालंकार, देशबंधु धींगडा, कैलाश चंद्र वैष्णव आदि शामिल थे।