हरिद्वार। आज पूरा विश्व वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को जड़ से खत्म करने में जुटा है। इस कारण सभी ने अपने आवश्यक कार्यक्रमों में बदलाव किया है। गायत्री परिवार के अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय शांतिकंुज ने भी अपने सभी बड़े कार्यक्रमों की तिथियां बढ़ा दी हैं। मायानगरी मुंबई में जनवरी 2121 के प्रथम सप्ताह में तथा दक्षिण भारत के त्रिपुर (तमिलनाडू) में दिसम्बर 2121 में होने वाले गायत्री अश्वमेध महायज्ञों को अगले एक साल बाद करने का निर्णय लिया है। इसी तरह क्षेत्रीय स्तर पर होने वाले गायत्री महायज्ञों को भी आगे बढ़ाया गया है।
इन दिनों मीडिया, पुलिस, चिकित्सक, प्रशासन व राहतकर्मियों को छोड़कर सभी लोग लाकडाउन के कारण अपने-अपने घरों में हैं। ऐसे में फोन व वीडियो क्रांफ्रेसिंग ही एकमात्र माध्यम है, जिससे अपने परिवारों या कार्यक्रमों के बारे जानकारी हासिल कर सकें। गायत्री परिवार शांतिकंुज लाकडाउन के दौरान वीडियो क्रांफ्रेसिंग के माध्यम से अपने विभिन्न गतिविधियों का संचालन एवं मार्गदर्शन कर रहा है।
इसी क्रम में गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या ने मुंबई महायज्ञ आयोजन समिति के सदस्यों से वीडियो क्रांफ्रेसिंग से चर्चा कर मायानगरी के हालात की जानकारी ली। इस दौरान डॉ पण्ड्या ने जनवरी 2121 के प्रथम सप्ताह में होने वाले गायत्री अश्वमेध महायज्ञ की तिथि को सर्वसम्मति से एक साल बढ़ाने की अनुशंसा की। तो वहीं डॉ पण्ड्या ने जरुरतमंदों की सेवा-सुश्रुषा में जुटे युवाओं की सराहना करते हुए इस सहयोग को वर्तमान समय का सर्वश्रेष्ठ सेवा कार्य बताया। इसी तरह दक्षिण भारत के गायत्री परिवार के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से चर्चा कर सर्वसम्मति से दक्षिण भारत के त्रिपुर (तमिलनाडू) में दिसम्बर 2121 में होने वाले गायत्री अश्वमेध महायज्ञ को भी एक साल बाद करने की बात कही। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के कारण शांतिकंुज व क्षेत्रीय स्तर पर होने वाले संगोष्ठियों, शिविरों व यज्ञायोजनों की तिथियां भी बढ़ाई जा रही हैं। गायत्री परिवार प्रमुख समय-समय पर देश भर के परिजनों से वीडियो क्रांफ्रेसिंग के माध्यम से हालातांे से अवगत हो रहे हैं और परिस्थिति अनुसार जरुरतमंदों तक राहत पहुंचाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।