दैनिक बद्री विशाल
रुड़की/संवाददाता
देशभर में कोरोना महामारी के चलते माह जनवरी से पूर्व तैयार किया गया पेय पदार्थ का स्टॉक रेस्टोरेंट, होटल, ढाबे बन्द होने के कारण कम्पनियो में ही वैधता अवधि को गंवा चुका है ओर अब पेय पदार्थ कम्पनियो द्वारा
कोरोना वायरस महामारी के चलते देशभर में एक्सपायरी डेट के पेय पदार्थ जैसे कोका कोला, पेप्सी व अन्य ब्रांड की प्लास्टिक की बोतलें बाज़ार में भारी मात्रा में उतारी जा रही है।
जानकारी के लिये यहाँ यह भी बताना जरूरी है कि प्लास्टिक बोतल की एक्सपायरी 4 महीने तक की ही होती है, तो सवाल यह उठता है कि जो माल 15 जनवरी से पहले बना है वो लॉकडाऊन के चलते एक्सपायर हो चुका है, ये सभी कम्पनियाँ डिस्ट्रीब्यूटर को भारी छूट देकर अपना माल बेचने में लगी है, जो देश की सभी दुकानों तक व रूरल एरिया में पहुँचाकर नागरिको के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है ओर स्वास्थ्य व खाद्यय विभाग इस गम्भीर मामले की कोई जांच पड़ताल नही कर रहा है। अगर इस पर तत्काल रोक ना लगाई गई तो एक्सपायर कोका कोला व अन्य पेय पदार्थ पीकर देश के नागरिको व बच्चों का बीमार पड़ना तय है, साथ ही जनहानि होने से भी नही रोका जा सकता। ज्यादातर विदेशी कम्पनियों द्वारा तैयार किया जा रहा पेय पदार्थ व एक्सपायर डेट निकलने के बावजूद भारी डिस्काउंट पर बेचे जाने से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ब्यान में भारतीयो को लोकल उत्पादों को ज़्यादा से ज़्यादा इस्तेमाल करने का आह्वान भी सिरे चढ़ता नजर नही आ रहा है।
इसलिये मानवीय आधार पर प्रदेश व केंद्रीय स्वास्थय मंत्रालय को तत्काल प्रभाव से एक जांच कमेटी गठित कर आवश्यक कार्यवाही करनी चाहिए।