महेश पारीक
सीबीएसई के निर्देशों पर डीपीएस रानीपुर में प्रधानाचार्यो की दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ 3 अक्टूबर 2019 को किया गया। सीबीएसई दिल्ली एवं सीबीएसई सीईओ देहरादून के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस कार्यशाला में विभिन्न सीबीएसई विद्यालयों से 33 प्रधानाचार्यों ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला का विषय था ’लीडिंग ट्रांस्फोरमेशन फाॅर स्कूल लीडर्स’ जिसके लिए विषय विशेषज्ञा के रूप में कल्पना कपूर एवं नीता रस्तोगी उपस्थित थी।
कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रातः 9ः30 बजे मिडिल विंग के सभागार में हुआ। दीप-प्रज्ज्वलन के बाद दिल्ली पब्लिक स्कूल, रानीपुर के विद्यार्थियों ने मधुर स्वागत गीत प्रस्तुत किया। छात्रों ने अपने नृत्य (मधुराष्टकम) के माध्यम से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में सीबीएसई के डायरेक्टर डॉ बिस्वजीत शाह उपस्थित रहे तथा उपस्थित सभी प्रतिभागी प्रधानाचार्यों को सम्बोधित करते हुए कार्यशाला के विषय एवं प्रभावी नेतृत्व क्षमता एवं प्रधाचार्य के कार्यो में वर्तमान परिस्थियों के अनुसार होने वाले बदलाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यदि आप सभी बच्चों को स्वावलम्बी बनाना चाहते हैं तो अभिभावकों के सम्पर्क में रहे, विद्यार्थियों को स्वच्छता के प्रति प्रोत्साहित करें, और अभिभावको, विद्यार्थियों एवं अध्यापकों के बीच बेहतर तालमेल स्थापित कर शैक्षिक उत्कृष्ठता प्रदान करें।
विशिष्ठ अतिथि के रूप में सीबीएसई सीओई के प्रमुख डॉ बीएन सिंह ने भी बेहतर एवं व्यापक विद्यालय प्रबंधन एवं प्रभावी नेतृत्व पर अपने विचार प्रकट किए।
विषय विशेषज्ञा एवं वक्ता कल्पना कपूर एवं नीता रस्तौगी ने सभी प्रतिभागियों को जीवन के पाॅंच तत्वों- पृथ्वी, आकाश, जल, वायु, अग्नि के महत्त्व को चित्रों के माध्यम से अपने-अपने जीवन को कल्पनाशील विचारों के साथ चित्रित करने पर आधारित विभिन्न प्रायोगिक गतिविधियां करवाई।
वेन्यू डायरेक्टर एवं डीपीएस रानीपुर के प्रधानाचार्य डा अनुपम जग्गा ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों का स्वागत करते हुए कार्यशाला की जानकारी दी तथा सीबीएसई को इस आयोजन के लिए धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया और कहा कि इस कार्यक्रम में डायरेक्टर सीबीएसई डॉ बिस्वजीत साहा एवं सीईओ प्रमुख डॉ बीएन सिंह की उपस्थिति ने हमें गौरवांवित किया है तथा यह कार्यशाला अवश्य ही प्रधानाचार्यो के प्रभावी नेतृत्व को उर्जा एवं गति प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगी। कार्यशाला का समापन 04 अक्तूबर 2019 को होगा।