हरिद्वार। कोरोना वायरस से बचाव के लिए बुधवार को चिकित्सक डॉ. ज्योति चौहान ने प्राध्यापकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों और छात्र-छात्राओं को कोरोना वायरस से बचाव के लिए सुझाव दिये।
एसएमजेएन कालेज की प्राध्यापक डॉ. ज्योति चौहान ने कोरोना वायरस से बचने के लिए सुझावों में बताया कि हमें थोड़ी-थोड़ी देर बाद पानी का सेवन करते रहना चाहिए, जिससे गले में नमी बनी रहे। किसी के साथ अभिवादन में हाथ नहीं मिलायें तथा अभिवादन के लिए नमस्ते का प्रयोग करें। डॉ. चौहान ने बताया कि किसी भी सहपाठी से वार्ता करते हुए लगभग तीन फीट की दूरी बनाये रखें तथा प्रतिदिन सुबह एवं रात्रि में टूथ ब्रश करते समय टंग क्लीनर से जीभ अवश्य साफ करें। जब कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है तो हवा में वायरस फैल जाता है, अगर आप उसके ज्यादा करीब रहेंगे तो सांस के रास्ते ये वायरस आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के लक्ष्णों में सिरदर्द, नाक बहना, खांसी, गले में खराश, बुखार, अस्वस्थता का अहसास होना, छींक आना, अस्थमा का बिगड़ना, थकान महसूस होना, निमोनिया, फेफड़ों में सूजन आदि शामिल हैं।
डॉ. चौहान ने सुझाव दिया कि अक्सर हम अपनी नाक, मुंह और आंखों को बार-बार छूते रहते हैं, ऐसा कतई न करें, क्योंकि हथेली कई सतहों को छूती है ऐसे में उस पर वायरस होते हैं। अपने आस-पास सफाई का विशेष ध्यान रखें।
प्राचार्य डॉ. सुनील बत्रा ने बताया कि कोराना में एहतियाती कदम ही सबसे बड़ी बचाव साबित हो सकता है।
इस अवसर पर डॉ. मन मोहन गुप्ता, डॉ. मनोज सोही, डॉ. शिव कुमार चौहान, डॉ. रीतू चौधरी, डॉ. पदमावती तनेजा, वैभव बत्रा, मोहन चन्द्र पाण्डेय डॉ विजय शर्मा, अंकित अग्रवाल, डॉक्टर जेसी आर्य, नलनी जैन, प्रिंस श्रोतिय, विनीत सक्सेना ,रिंकल गोयल, रिचा मिनोचा, डॉक्टर लता शर्मा, निविन्दया शर्मा, डॉ विनीता चौहान, कंचन तनेजा आदि उपस्थित रहे।