रुड़की/संवाददाता
कोरोना महामारी के बावजूद नगर व रुड़की क्षेत्र में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। विभिन्न क्षेत्रों में गोकुलनाथ श्री कृष्ण की झांकियां प्रदर्शित की गई। इस दौरान भक्तगणों में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का उत्साह देखते ही बन रहा था। श्रद्धालु अपने-अपने परिवार के साथ विभिन्न मंदिरों में श्री कृष्ण की झांकियां देखने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मंदिरों के दर्शन के लिए पहुंचे। केवल हिंदू ही नहीं बल्कि मुस्लिम समाज के लोग भी श्रीकृष्ण की विभिन्न लीलाओं की झांकियां देखने के लिए उत्साहित नजर आये। अंतरराष्ट्रीय कवि व शायर अफजल मंगलौरी ने कहा श्रीकृष्ण हमारी जहां धार्मिक आस्थाओं का केंद्र बिंदु है वहीं हमारी सांस्कृतिक धरोहर का भी एक हिस्सा है। उन्होंने कहा कि विभिन्न कवियों, शायरों व बुद्धिजीवियों ने श्रीकृष्ण के लिए जो रचनाएं रचित की हैं वह हमारी गंगाजमुनी तहजीब का भी हिस्सा हैं, जिसमें विशेष रूप से लोककवि नजीर अकबराबादी एवं रसखान की कृष्ण भक्ति पर आधारित रचनाएं आज भी सर्वमान्य है। जन्माष्टमी पर्व के अवसर पर स्ट्रीट लाइट, सफाई व्यवस्था पर निगम की ओर से विशेष ध्यान रखा गया।