हरिद्वार। कोविड 19 की महामारी से भारत देश ही नही अपितु पूरा विश्व समानता के अभाव में है। बावजूद इसके रेडी पटरी के स्ट्रीट वेंडर्स घर-घर जाकर फेरी के माध्यम से रोजमर्रा की फ्रूट, सब्जी आम उपभोक्ताओं को उपलब्ध करा रहे हैं। अज्ञानतावश कुछ चुनिंदा देश के प्रतिनिधि आये दिन देश के कई राज्यों में फेरी वालो के साथ दुर्व्यवहार व शोषण पर आमद हैं। आये दिन हो रहे लॉकडाउन की अवधि के दौरान फेरी वालांे पर अनावश्यक रूप से शोषण के खिलाफ नेशनल एसो. ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडियाके राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य, लघु व्यापार एसो. के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपडा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय शहरी विकास, गरीबी, रोजगार मंत्री हरदीप सिंह पूरी, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से संयुक्त रूप से फेरी के माध्यम से अपना जीवन व्यापन करने लघु व्यापारियों को परिचय पत्र व लाइसेंस, कोविड 19 के दृष्टिगत सैनिटाइजर, मास्क, दस्ताने इत्यादि उपलब्ध कराने की मांग की। वहीं सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा पुरानी सब्जी मंडी स्थित लघु व्यापारियों पर फूल बरसाकर कोरोना की इस जंग में इन्हें भी कोरोना योद्धाओ की भांति सामाजिक सुरक्षा के साथ सम्मान दिए जाने की मांग की।
इस अवसर पर नासवी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य संजय चोपड़ा ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए चिंतन के साथ देश के सभी वर्गों को साथ लेकर कोरोना वायरस की इस जंग में देश को सुरक्षित करने के उद्देश्यों की पूर्ति को लेकर लड़ रहे हैं। वहीं कई राज्यों में कुछ चुनिंदा जन प्रतिनिधि फेरी वालांे को सार्वजनिक रूप से बेइज्जत कर शोषण पर आमद हैं जोकि उचित नहीं है। उन्होंने कहा 40 दिन की लॉकडाउन की अवधि बीत जाने के उपरांत जिस प्रकार से देश की सेवा में हमारे डॉक्टर, चिकित्सा कर्मचारी, सफाई कर्मचारी, पुलिस प्रशासन निरंतर सेवा दे रहा है उसी प्रकार फुटपाथ का रेडी पटरी स्ट्रीट वेंडर भी घर घर जाकर उचित मूल्यों पर आम उपभोक्ताओं को फ्रूट सब्जी उपलब्ध कराकर अपनी आजीविका को चला रहा है। ऐसे सामाजिक रूप से भेदभाव करने वाले जन प्रतिनिधियों के खिलाफ राष्ट्रीय पथ विक्रेता संरक्षण अधिनियम 2014 के तहत कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।
इस अवसर पर सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों में चौकीदार संगठन के ठाकुर जयसिंह बिष्ट, कमलेश शाह, उत्तराखंड विकास मंच के दीपक कुमार, विनय त्यागी, व्यापार मंडल के राजेश कुमार, निर्धन निर्मल समिति के नारायण कुमार, नन्द किशोर, सचिन कुमार बिष्ट, ओमप्रकाश, छोटेलाल शर्मा, पंडित मनीष शर्मा, पंडिर चन्द्रप्रकाश भारद्वाज आदि शामिल रहे।