दैनिक बद्री विशाल
रुड़की/संवाददाता
आईआईटी रुड़की में एक महिला ने गृह क्लेश के चलते पंखे से लटककर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। आत्महत्या की सूचना से आईआईटी प्रबंधन में हड़कंप मच गया। मौके पर सूचना पाकर आईआईटी के सुरक्षा अधिकारी व पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और शव को पंखे से नीचे उतारा तथा पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया। वही घटना को दबाने के लिए प्रबंधन ने आईआईटी के सभी द्वार मीडिया के लिए प्रतिबंधित कर दिए।
मिली जानकारी के अनुसार आईआईटी के आजाद विंग मैरिड होस्टल के कमरा नम्बर 49 में निवास करने वाले गणेश वर्मा निवासी गंगनगर राजस्थान आईआईटी रुड़की से एमबीए के पीएचडी के द्वितीय वर्ष के छात्र है। इस होस्टल में वह अपनी पत्नी नेहा के साथ ही रह रहे थे। रविवार के दिन वह दोनों बाहर घूमने गए थे। सोमवार की सुबह दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गयी थी। उसके बाद गणेश वर्मा लैब चले गए। कुछ देर बाद उन्हें पड़ोसियों से सूचना मिली कि उनकी पत्नी ने आत्महत्या कर ली। इस सूचना पर उनके हाथ-पांव फूल गए और वह आनन फानन में कमरे पर पहुंचे। वही सूचना मिलने पर आईआईटी प्रबंधन में भी हड़कंप मच गया। सूचना की जानकारी पाकर सिविल लाइन पुलिस व सीओ चंदन सिंह बिष्ट भी मौके पर पहुँचे ओर घटना की जानकारी ली। इस दौरान सीओ चंदन सिंह बिष्ट ने बताया कि छात्र गणेश से भी पूछताछ की गई। बाद में शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवा दिया। इस घटना से आईआईटी प्रबंधन में हड़कंप मचा हुआ है।
वही आईआईटी प्रबंधन ने आत्महत्या की घटना को दबाने के लिए मीडिया की एंट्री पर प्रतिबंध लगा दिया। जो बेहद ही निंदनीय है।
ज्ञात रहे कि जबसे नए डायरेक्टर अजित के चतुर्वेदी यहां आए है, तभी से उनके अड़ियल रवैये के कारण छात्रों को भी भारी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है, यही नही परिजनों को भी उनके बच्चे से नही मिलने दिया जाता। जब भी कोई घटना आईआईटी में होती है तो डायरेक्टर अजित के चतुर्वेदी मीडिया की एंट्री ओर रोक लगा देते है। ऐसा ही ग़ोविन्द भवन में हुई घटना के दौरान भी हुआ था। सोमवार को भी डायरेक्टर अजित के चतुर्वेदी ने अड़ियल रवैया अपनाते हुए घटना को दबाने के लिए मीडिया की एंट्री बंद करवा दी। जो बेहद निंदनीय है।