रुड़की/संवाददाता
जिला पंचायत हरिद्वार की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार इंटरलॉकिंग सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है लेकिन इन सड़कों से लोगों में जितनी खुशी है, उतना ही रोष इन कार्यों में गुणवत्ता न होने को लेकर भी है। ऐसे ही गाधारोना के साथ ही खजूरी गांव में जिला पंचायत की ओर से बन रही इंटरलॉकिंग सड़क में देखने को मिल रहा हैं, जहां सड़कों का निर्माण कार्य तो कराया जा रहा है लेकिन गुणवत्ता के नाम पर इन सड़कों में कोई खास ध्यान नहीं रखा जा रहा। बार-बार अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी इनमें कोई सुधार नहीं आया और ठेकेदार अपने पुराने रवैए के अनुसार ही इंटरलॉकिंग सड़कों को घटिया सामग्री के साथ लीपापोती करने में लगा हुआ है। इस संबंध में जब जेई ईश्वरचंद से वार्ता की गई तो उन्होंने कहा कि वह 2 बार उन्हें गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए कह चुके हैं, लेकिन फिर भी ठेकेदार ने कोई सुधार नही किया। वहीं जब जिला पंचायत अध्यक्ष चौधरी सुभाष वर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता बरती जा रही है, जब मौके की जानकारी से अवगत कराया, तो उन्होंने कहा कि वह इस मामले की जाँच करायेंगे। अब कार्यों में गुणवत्ता का जिम्मा किसका है यह बड़ा सवाल है, लेकिन भाजपा नेताओं के दावे, जिनमें गुणवत्ता को साफ सुथरे शब्दों में पिरोकर जनता से बड़े-बड़े दावे करते हैं, यह सड़क जरूर दावों की पोल खोल रही है।