हरिद्वार। महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी के नेतृत्व में व्यापारियांे ने बस अड्डे के बाहर राज्य सरकार का पुतला फूंका। सुनील सेठी ने कहा कि सरकार इतनी तानाशाही पर उतारू है कि व्यपारियों का लगातार उत्पीड़न कर रही है। 15 जून तक कोरोना कर्फ्यू अगर बढ़ाया गया है तो सरकारी कार्यालय को क्यों बंद नहीं किया गया। कोरोना संक्रमण कम होने के बावजूद सरकार हठधर्मिता अपनाते हुए व्यापारियों को परेशान कर रही है। जिसका जवाब व्यापारी जरूर देगा। सारे प्रदेशों में संक्रमण कम होने पर बाजाज खुलने के बाद भी उतरखण्ड राज्य पर पाबांदी व्यपारियों के साथ सौतेला व्यवहार है, जो सरकार की तानाशाही है। महानगर अध्यक्ष जितेंद्र चैरसिया महामंत्री नाथीराम सैनी ने संयुक्त रूप से कहा कि पहले 1 जून फिर 8 जून से व्यपारियों को कुछ आस जगी थी, लेकिन फिर 15 जून के कर्फ्यू आदेश से व्यापारी हताश है। सरकार द्वारा राशन की दुकानों को दो दिन और शराब की दुकानों को तीन दिन खोलने के निर्णय लेते हुए अपनी मानसिकता को उजागर किया है। ऐसी सरकार को 2022 में जवाब जरूर देगा व्यापारी। दिल्ली जैसे राज्य खुलने शुरू हो सकते है लेकिन एक छोटा राज्य उत्तराखण्ड नहीं। न ही सरकार कोई राहत पैकेज दे रही है न ही निजी स्कूलो पर कोई कार्यवाही कर फीस में राहत न ही बिजली पानी के बिलों में छूट तो हमारे व्यापार पर पाबांदी क्यों। चार धाम यात्रा पर भी राज्य सरकार कोई ठोस निर्णय नहीं ले रही। ऐसी सरकार के खिलाफ विरोध जारी रहेगा। विरोध जताने वालो में हन्नी दामिर, विनोद गिरी, रवि जोशी, मुकुल, सन्नी दामिर, धर्मेंद्र, सुशील, मुकेश कुच्छल, उमेश चैधरी, कुलदीप काका, मयंक शर्मा, सोनू चैधरी, राजेश भाटिया, गौतम हल्दर उपस्थित रहे।