हरिद्वार। दिसम्बर माह की 26 तारीख को वर्ष का अंतिम सूर्य ग्रहण पड़ेगा। जो भारत में भी दुश्य होगा। इस बार ग्रहण के दौरान सूर्य आग से भरी अंगूठी के आकार का दिखाई देगा। सूर्य ग्रहण की अवधि 2 घंटे 41 मिनट की होगी। सूतक काल 25 दिसंबर को ही लग जाएगा। सूर्य ग्रहण में गर्भवती महिलाओं समेत सभी को सावधानी रखना अति आवश्यक है। सूर्य ग्रहण को धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अशुभ माना जाता है। क्योंकि सूर्य को जगत की ऊर्जा माना जाता है और जब सूर्य ग्रहण लगता है तो पृथ्वीं पर अशुभ घटनाएं घटने लगती है। यह सूर्य ग्रहण आंशिक होगा, जिसे वैज्ञानिक भाषा में वलयाकार सूर्य ग्रहण कहा जाता है।
सूर्य ग्रहण 26 दिसम्बर को सुबह 8 बजकर 17 मिनट से आरम्भ होगा तथा परमग्रास सुबह 9 बजकर 31 मिनट होगा, जबकि सूर्य ग्रहण की समाप्ति सुबह 10 बजकर 57 मिनट पर होगी। सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण से 12 घंटे पूर्व आरम्भ हो जाएगा। सूतक काल 25 दिसम्बर को शाम 5 बजकर 31 मिनट से आरम्भ हो जाएगा।
पं. देवेन्द्र शुक्ल शास्त्री के मुुताबिक सूर्य ग्रहण के सूतक काल में किसी भी शुभ काम की शुरुआत करना वर्जित है। सूर्य ग्रहण के सूतक काल में खाना बनाना और खाना भी शास्त्रों में वर्जित बताया गया है। पूजा करना निषेध माना जाता है। इसलिए सूतक व ग्रहण काल में मूर्ति को स्पर्श करने की भी शास्त्रों में मनायी बतायी गई है।
ग्रह नक्षत्रों के अनुसार इस बार सूर्य ग्रहण धनु राशि और मूल नक्षत्र पर लगेगा। शास्त्रों के अनुसार ग्रहण को अशुभ माना गया है। ग्रहण जिस किसी राशि या नक्षत्र पर लगता है। उस राशि और नक्षत्र वाले व्यक्तियों को ग्रहण काल में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। सूर्य ग्रहण के दौरान धनु राशि वालों के साथ अशुभ घटनाएं घट सकती है। इसलिए इस राशि और नक्षत्र वाले जातकों को इस समय में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। यह समय इनके लोगों के लिए अशुभ है।
श्री शुक्ल के मुताबिक मेष राशि वाले जातकों के लिए सूर्य ग्रहण परेशानियांे भरा होगा तथा इस राशि के जातकों को धोखा भी मिल सकता है। वृष राशि वाले वाहन चलाते समय सावधानी बरतनी होगी, आर्थिक स्थिति में सुधार आयेगा। मिथुन राशि वालों को व्यापार में नुकसान और पति-पत्नी को होगा कष्ट। कर्क राशि वालों के ग्रहण के प्रभाव से शत्रु परास्त होंगे तथा भविष्य उन्नत होगा। सिंह राशि वालों को संतान पक्ष से कष्ट, और तनाव होगा। कन्या राशि वाले जातकों के लिए महिला पक्ष से कष्ट व कर्ज में बढ़ोतरी होने की संभावना है। तुला राशि वालों की मान-प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होगी। वृश्चिक राशि वाले जातकों को निवेश में नुकसान उठाना पड़ सकता है। धनु राशि वाले जातकों के लिए सेहत कमजोर होने की संभावना है। मकर राशि वालों के लिए यह ग्रहण खर्चों में बढ़ोतरी लेकर आएगा। जबकि कुंभ राशि वालों को रूके हुए धन का लाभ मिलेगा। इसी के साथ मीन राशि वाले जातकों के साथ परिवारिक कलह और मानसिक तनाव में बढ़ोत्तरी होगा। बताया कि ग्रहण के दुष्प्रभावों से बचने के लिए सर्वोत्तम उपाय ग्रहण काल में भगवन्नाम जप स्मरण व दान है।