हरिद्वार। भारत साधु समाज के जम्मू व पंजाब प्रांत के अध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी महादेव महाराज ने कंुभ मेला कार्यों की धीमी गति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि 2021 में धर्मनगरी हरिद्वार में होने वाले महाकुंभ मेले का शुरू होने का समय लगातार नजदीक आ रहा है। श्रवणनाथ नगर स्थित जय मां आश्रम में संतों से कुंभ मेला व्यवस्थाओं पर शुक्रवार को चर्चा करते हुए स्वामी महादेव महाराज ने कहा कि महाकुंभ मेला भारतीय संस्कृति व सनातन धर्म का महत्वपूर्ण पर्व है। इतने बड़े पर्व को सकुशल व भव्य रूप से संपन्न कराना सरकार का दायित्व है। लेकिन जिस गति से मेले संबंधित कार्यो को कराया जा रहा है। उसे देखते हुए कार्यो का समय पर पूरा होना संभव नहीं लगता। सड़क व फ्लाईओवर के कार्यो की गति तो बेहद ही धीमी है। खस्ताहाल हाईवे की वजह से लोगों को भारी समस्याएं झेलनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में देश विदेश से करोड़ों श्रद्धालु व लाखों संत हरिद्वार आएंगे। इतनी बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं व संतों को पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराना सरकार व कुंभ मेला प्रशासन का दायित्व है। लेकिन सरकार व मेला प्रशासन दोनों सुस्त चाल से चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अक्टूबर माह से संतों के शिविर लगने शुरू हो जाएंगे। सरकारी स्तर पर तैयारियों में कोई तेजी दिखाई नहीं दे रही है। अखाड़ों को शिविर लगाने के लिए भूमि का आवंटन भी अब तक शुरू नहीं किया गया है। ना ही कुंभ मेला क्षेत्र के विस्तार को लेकर कोई सक्रियता दिखाई दे रही है। अखाड़ों में स्थाई कार्य भी अभी तक शुरू नहीं कराए गए हैं। मेला क्षेत्र में सड़क, बिजली, पानी आदि उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। सड़कों व फ्लाईओवर का निर्माण तेजी से पूरा होना चाहिए। ताकि कुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं व संतों को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो। उन्होंने कहा कि मेला प्रशासन के पास समय तेजी से कम हो रहा है। फरवरी में महाशिवरात्रि मेला व सावन में कांवड़ मेला होना है। ऐसे में सड़क निर्माण कार्य में रूकावट आना तय है। इसलिए कुंभ मेला प्रशासन को कार्यो में तेजी दिखानी चाहिए। इस दौरान स्वामी हरिहरानंद, स्वामी दिनेश दास, महंत सूरज दास, महंत सुमित दास, स्वामी शिवानन्द, स्वामी केशवानन्द आदि संत मौजूद रहे।