शिकायत के बाद भी पीड़ित को ही भेज दिया जेल
हरिद्वार। धोखाधड़ी का शिकार हुए संत को पुलिस में आरोपियों के खिलाफ शिकायत करना मंहगा पड़ा। पुलिस ने संत की मदद करने की बजाय उसके खिलाफ ही मुकद्मा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया। संत ने जेल से बाहर आकर अपनी आप बीती एसएसपी और सीओ कनखल को बतायी जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ कनखल पुलिस ने मकुद्मा दर्ज किया है। मुकद्मा दर्ज होने के बाद अब संत को न्याय की उम्मीद जगी हैै।
बता दें कि 30 दिसम्बर को कनखल पुलिस ने जमीन की खरीद-फरोख्त मामले में पीड़ित स्वामी महेशानदं सरस्व्ती शिष्य स्वामी प्रकाशानंद सरस्वती निवासी सरस्वती आश्रम बंगाली मोड़ कनखल की तहरीर पर नवीन अग्रवाल पुत्र ओमप्रकाश, गुंजन अग्रवाल पत्नी नवीन अग्रवाल निवासी गंगा टॉकीज बड़ा बाजार थाना कोतवाली हरिद्वार, अनीश अरोड़ा पुत्र राजकुमार अरोड़ा निवासी गंगा प्रसाद की हवेली विष्णु घाट हरिद्वार के खिलाफ मुकद्मा दर्ज किया है। स्वामी महेशानंद ने बताया कि उन्होंने अपने आश्रम की भूमि का सौदा एक करोड़ पचास लाख रुपए में उक्त तीनों के साथ तय किया था। जिसमें बयाने के तौर पर 16 लाख रुपए नगद प्राप्त हो गये थे। इकरारनामा में रजिस्ट्री की तिथि नियत की गई थी। काफी समय तक उक्त तीनों ने कोई संपर्क नहीं किया। बताया कि अपराधियों ने मुनाफा कमाने के लिए षडयंत्र कर नकली दस्तावेज तैयार किये और उसमें लिखवाया कि उनके द्वारा जमीन के सारे पैसे एक करोड़ पंचास लाख रुपए उन्हें दे दिये हैैं। और उन दस्तावेजों पर पीडित के फर्जी हस्ताक्षर कर दिये। धोखाधड़ी करके पीडित की संपत्ति को हड़पने का प्रयास किया गया। इससे बाद स्वामी महेशानंद ने किसी अन्य को सम्पत्ति बेचने का प्रयास किया तो उस समय भी उक्त आरोपियों ने आश्रम में घुसकर तोड़फोड की थी। स्वामी महेशानंद के मुताबिक इस संबंध मंे उन्होंने 24 अगस्त 20187 को कनखल थाने में आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी। किन्तु आरोपियों से सांठगांठ के चलते कनखल पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। इसके बाद पुलिस ने उन्हीं के खिलाफ मुकद्मा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया। बताया कि उन्होंने 11 दिसम्बर 2019 को एक पत्र एसएसपी को दिया और उन्हें सारे मामले से अवगत कराया। जिसके बाद एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने उन्हें कनखल सीओ पूर्णिमा गर्ग से मिलकर अपनी बात बताने को कहा। स्वामी महेशानदं ने बताया कि उनकी बात सुनने के बाद कनखल सीअरे पूर्णिमा गर्ग ने उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया। जिसके बाद कनखल पुलिस ने मुकद्मा दर्ज किया। बताया कि तहरीर देने के एक साल बाद कनखल पुलिस ने सीओ के दबाव के चलते मुकद्मा दर्ज किया। बताया कि मुकद्मा दर्ज होने के बाद उन्हें अब न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।