योग, आयुर्वेद व प्राणायाम कोरोना से लड़ने में सहायकः रामदेव
हरिद्वार। कोरोना से लड़ी जा रही जंग में सहयोग का ऐलान करते हुए स्वामी रामदेव ने प्रधानमंत्री राहत कोष में 25 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है।
सोमवार को प्रधानमंत्री से हुए संवाद के बाद उन्होंने देश को आश्वस्त कराया कि बीमारी के उपचार के लिए पतंजलि पूरे देश में डेढ़ हजार आईसोलेशन बैड उपलब्ध कराने के साथ भोजन तथा आवास की व्यवस्था भी करेगा। पतंजलि के हजारों कर्मचारी एक दिन का वेतन भी राहत कोष में देंगे।
प्रधानमंत्री मोदी से आज हुए संवाद के बाद दिव्य योग मंदिर कनखल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहाकि प्रधानमंत्री के कोरोना से जंग के लिए संकल्प और संयम की अपील के बाद पूरा देश उनके साथ खड़ा है।
इसमें पतंजलि योगपीठ उसके लाखों अनुयायी भी पीछे नहीं हैं। उन्होंने घोषणा कि की पतंजलि योगपीठ प्रधानमंत्री राहत कोष में 25 करोड़ का दान देगा। इसके अलावा पतंजलि के सभी कर्मयोगी अपना एक-एक दिन का वेतन भी दान करेंगे। उन्होंने कहाकि हमने पतंजलि से जुड़े लाखों श्रद्धालुओं का आवाहन किया है कि वे आपदा राहत कोष में सहयोग करें।
उन्होंने कहाकि हमने यह आश्वासन दिया है कि पतंजलि के पांच संस्थान जो योगग्राम, पतंजलि योगपीठ हरिद्वार तथा मोदीनगर, गोवाहाटी, सोलन व कोलकाता में हैं इनमें कोरोना पीडि़तो के उपचार तथा आईसोलेशन के लिए डेढ़ हजार बैड की व्यवस्था की गयी हैै। जहां भोजन तथा आवास की व्यवस्था भी रहेगी। उन्होंने कहाकि देश के छह सौ जिलों तथा पांच हजार तहसीलों में फैले हमारे वॉलेंटियर इस जंग में अपनी सेवाएं देने के लिए तैयार हैं।
प्रधानमंत्री के आवाहन पर पतंजलि के पांच हजार आरोग्य केन्द्र तथा डेढ़ हजार डाक्टर सेवा में लगे हुए हैं।
योग, आयुर्वेद व प्राणायाम कोरोना से लड़ने में सहायकः रामदेव
स्वामी रामदेव का दावा है कि योग, आयुर्वेद और प्राणायाम कोरोना से लड़ने में सहायक हैं, क्योंकि से सभी मनुष्य की प्रतिरोधक क्षमत को बढ़ाते हैं। उन्होंने दावा किया कि पतंजलि से जुड़े कोरोना संक्रमित मध्य प्रदेश एक अनुयायी को इसी उपचार से पूर्णरूपेण स्वस्थ किया गया है।
सोमवार को पत्रकार वार्ता में स्वामी रामदेव ने देश को कोरोना जंग से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री के साहस की प्रशंसा की।
उन्होंने कहाकि कोरोना से लड़ने में ऐलोपैथी की निश्चित रूप से बड़ी भूमिका है, लेकिन उपचार में योग, आयुर्वेद व प्राणायम भी सहायक सिद्ध को सकते हैं। उन्होंने मध्य प्रदेश के पतंजलि अनुयायी अभिषेक की चर्चा की। जो कोरोना संक्रमण को परास्त कर पूर्णरूप से स्वस्थ हुए हैं। उन्होंने इस उपचार में अश्वगंधा, गिलोय, गौमूत्र तथा अन्य आयुर्वेदिक औषधियों का उपयोग किया। तथा योग व प्राणायम का पालन किया। स्वामी रामदेव ने प्रधानमंत्री से अपील की कि वे पतंजलि को रोगी उपलब्ध कराएं, हम उनका आयुर्वेद से प्रमाणिक उपचार करवाएंगे। स्वामी रामदेव ने देश के लोगों को आवाहन किया कि वे संकल्प और संयम के साळा हर परिस्थिति में इस जंग के लिए तैयार रहें। उन्होंने अंधविश्वास, अफवाहों तथा अविश्वास से दूर रहने की नसीहत दी। जंग में मदद के लिए स्वामी रामदेव ने उद्योगपतियों, धार्मिक, सामाजिक संस्थाओं से आगे आने की अपील की।