हरिद्वार। निरंजनी अखाड़े के महामण्डलेश्वर स्वामी सोमेश्वरानंद गिरि महाराज ने बताया कि मंशा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज चरण पादुका मंदिर स्थित जिस पीपल के वृक्ष के नीचे लोककल्याण की कामना के साथ जप तप कर रहे हैं। वह वृक्ष अत्यन्त प्राचीन है। 1858 से गंगा तट पर खड़ा यह वृक्ष कई महान संतों की तपस्थली रहा है। मान्यता है कि इस प्राचीन वृक्ष के नीचे किए गए धार्मिक क्रियाकलाप राष्ट्रकल्याण में सदैव लाभकारी सिद्ध हुए हैं। आज पूरी दुनिया के साथ भारत भी कोरोना वायरस से जूझ रहा है। ऐसे में श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने इस वायरस से देश को मुक्त कराने के लिए प्राचीन वृक्ष के नीचे जो जप तप शुरू किया है। उससे अवश्य ही देश को कोरोना से मुक्ति मिलेगी। निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरि महाराज ने कहा कि निंरजनी अखाड़े द्वारा निरंतर सेवा प्रकल्पों का संचालन कर कोरोना संकट में प्रतिदिन हजारों जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। कोरोना के चलते किए गए लॉकडाउन में हरिद्वार में फंस गए हजारों तीर्थयात्रियों को आश्रय भी प्रदान किया गया। इसके अलावा पीएम केयर फण्ड व मुख्यमंत्री राहत कोष में भी मदद दी गयी। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन जारी रहने तक अखाड़े के सेवा प्रकल्प इसी प्रकार निरंतर संचालित रहेंगे। शहर में किसी को भी भूखा नहीं रहने दिया जाएगा।