हरिद्वार। कनखल स्थित सूरत गिरि बंगला गिरिशानंद आश्रम के एकादश पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर स्वामी विश्वेश्रानंद गिरि महाराज ने कहा कि मानव के लिए वर्तमान समय अत्यंत कठिन काल है। ऐसे में मानव जीवन को बचाना ही सबसे महान पुरूषार्थ है। उन्होंने कहाकि कोरोना के भंयकर प्रकोप को देखते हुए 5 अप्रैल तक का समय अति महत्वपूर्ण तथा सावधान रहने का है। उन्होंने कहाकि कोरोना का बचाव ही एकमात्र उपाय है। नवरात्र साधना का पर्व चल रहा है। ऐसे में सर्वोत्तम उपाय है कि जो जहां है वहीं रहकर भगवती की साधना करे और इस महामारी को दूर करने के लिए भगवती से प्रार्थना करे। कहाकि कोरोना से बचने के लिए घरों में रहना ही सबसे श्रेयस्कर है। कहाकि अल्प साधनों में जीवन व्यतीत करते हुए सुरक्षित रहें यही साधना है। उन्होंने कहाकि यदि भारत सुरक्षित रहेगा तो वह दुनिया हो सुरक्षित रख सकता है। पाश्चात्य देशों ने कोरोना को प्रारम्भ में बहुत अधिक महत्व नहीं दिया। इसी कारण वहां परिस्थितियां बिगड़ी। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहाकि ऐसे समय में जिससे जो हो सके लोगों की मदद करें और देश और अपना हित सर्वोपरि रखते हुए कार्य करें।