हरिद्वार। अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन नासिक व त्रयम्बकेश्वर में सम्पन्न हुआ। अधिवेशन में भारत के तीर्थ व तीर्थ पुरोहित के हितार्थ प्रस्ताव पारित हुए। उक्त संबंध में जानकारी देते हुए महासभा के प्रवक्ता अविक्षित रमन ने बताया कि महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पाठक ने कहा कि सरकारो की निगाह पंडित व पुरोहितों की आय के जरिया मन्दिरो पर है। उन्होंने कहा कि सरकार के इन प्रयासों को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। महासभा की राष्ट्रीय युवा शाखा को भी बनाने पर सर्व सम्मति से घोषणा करते हुए महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पाठक ने उज्जैन के पुरोहित अमर डिब्बे वाले को राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत किया गया। साथ ही वरिष्ठ महामंत्री श्री कान्त वाशिष्ठ को कार्यकारीणी को गठित करने की जिम्मेदारी दी गई। तीर्थों पर सरकारों की गिद्ध दृष्टि पर तीर्थों से आये पुरोहितों ने अपनी नाराजगी जताई जिस पर महासभा के अधिवेशन मे आये सैकड़ों पुरोहितों ने इसकी निंदा की। उत्तराखंड की सरकार द्वारा चार धाम सहित 47 मन्दिरों के लिए देवस्थानम प्रबंधन विधेयक को पुरोहितों को धोखे में रखकर पारित करने के विरूद्ध प्रस्ताव पारित किया गया। साथ ही इसके खिलाफ सभी तीर्थों पर आंदोलन की रूपरेखा बनायी जायेगी। कुम्भ 2021में हरिद्वार की मर्यादाओं के अनुरूप सरकार से तीर्थ पुरोहित समाज के लिये ज्यादा से ज्यादा सुविधा देने को राज्य सरकार से मांग की गयी। अधिवेशन में सभी तीर्थों को रेलमार्ग से जोडऩे व केन्द्र में तीर्थाटन मंत्रालय बनाने सम्बन्धी प्रस्ताव पर मोहर सर्वसम्मति से लगायी। जिसको महासभा के द्वारा प्रधानमंत्री के पास मांग पत्र दिया जायेगा। नासिक सत्र सतीश शंकर शुक्ल व दिलीप शुक्ल, त्रयम्बकेश्वर का समापन सत्र जयन्त बालकृष्ण शिखरे के संयोजन में सम्पन्न हुआ। अधिवेशन की अध्यक्षता श्री पाठक ने व संचालन राष्ट्रीय महामंत्री श्रीकान्त वाशिष्ठ ने किया। इसके पश्चात भीमाशंकर दर्शन यात्रा में पुरोहित संघ के अध्यक्ष मधुकर गवान्दे व सुरेश के नेतृत्व में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जिसमे महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीकांत वाशिष्ठ, उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिखौला, प्रवक्ता अविक्षित रमन, सचिव दुष्यन्त झा व गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा, वरिष्ठ पत्रकार कौशल सिखौला, महासभा के स्थानीय सचिव आशीष मारवाडी, बृज मोहन सरैय्ये, गौरव त्रिपाठी, महेश तुम्बडिया, निशान्त विध्याकुल, राममोहन शर्मा, श्रीराम बल्ली के व अवधेश आदि पुरोहितों के साथ में महिला शक्ति का भी सम्मान किया गया।