रुड़की/संवाददाता
नारी समाज की नींव होती हैं लेकिन आजकल इस नींव को ही खोखला किया जा रहा है। जिसके कारण समाज का ढांचा लड़खड़ा रहा है, क्योंकि जब नींव ही मजबूत नहीं होगी, तो मजबूत इमारत की कैसे कल्पना की जा सकती है। उक्त विचार अधिवक्ता सीमा शर्मा ने अपने आवास पर आयोजित वार्ता करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि तीन तलाक, बलात्कार, घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, दहेज हत्या जैसी घटनाओं से हर जगह नारी का शोषण हो रहा है। नारी को पुरुषों ने पैरों की जूती समझकर हमेशा से कुचला है, लेकिन अब और
नहीं, जो कोई भी माताएं, बहने किसी भी प्रकार के शोषण की शिकार हुई हैं, वह बेझिझक अदालत का दरवाजा खटखटा सकती हैं। उन्हें इंसाफ दिलाने की पुरजोर कोशिश की जायेगी। धर्म जागरण जिला विधिक की अध्यक्षा एडवोकेट सीमा ने कहा कि माताएं, बहन, बेटियों के साथ अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। इन सब से लड़ने के लिए हमें अपनी बेटियों को शिक्षा देनी है। ताकि वह हर तरह के गलत लोगों से लड़ने में सक्षम बन सके। बावजूद इसके कोई घटना घटित होती हैं, तो इसके लिए सभी को आगे आकर उन्हें न्याय दिलाने के लिए प्रयास करना चाहिए। ताकि ऐसे दरिंदों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके। ताकि ऐसी कानूनी कार्रवाई के बाद अन्य कोई व्यक्ति इस तरह की घटना को अंजाम न दे सके। सीमा शर्मा ने कहा कि अगर हमारी बहन-बेटियों के साथ अप्रिय घटना होती है, तो हम लोग इस बदनामी के डर से कि समाज में लोग क्या कहेंगे, मामले को दबाकर बैठ जाते हैं, जो बेहद गलत हैं। हमें उस अपराध को दबाना नहीं चाहिए बल्कि आगे आकर ऐसे अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलानी चाहिए। ताकि अन्य कोई घटम घटित न हो सके। इस मुहिम में हम आपके साथ हैं। ऐसी घटनाओं से पीड़ित महिलाओं, बेटियों की वह हरसंभव मदद करेंगी।