रुड़की। मौलना गांव में बृहस्पतिवार को पुलिस द्वारा इसी गांव के निवासी अंकित कुमार त्यागी पुत्र बिरम सिंह (24) का क्षत-विक्षत शव तथा एक अन्य ढांचा (कंकाल) बरामद कर पीएम के लिए सिविल अस्पताल रुड़की भिजवा दिया था। यह कंकाल इसी गांव निवासी सत्तार की पुत्री शबाना (24) के रुप में होना माना जा रहा हैं। शुक्रवार को पुलिस ने युवक अंकित के शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। जैसे ही शव गांव में पहंुचा, तो शोक की लहर दौड़ गई और बड़ी संख्या में लोग मृतक के निवास पर पहंुचे और पीड़ित परिजनों को ढांढस बंधाया। बताया गया है कि बिरम त्यागी के तीन पुत्र थे, जिनमंे अंकित त्यागी सबसे छोटा था और वह इकबालपुर में स्टेशनरी की दुकान खोलकर अपना जीवन-यापन कर रहा था। इसी बीच उसके साथ इस प्रकार की घटना हुई, जिसने सभी को हिलाकर रख दिया। गमगीन माहौल में मृतक का गांव में स्थित शमशान में अन्तिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ मौजूद रही। वहीं किसी प्रकार की शांति भंग न हो, इसे लेकर पुलिस गांव के चप्पे-चप्पे पर तैनात रही तथा शमशान आदि में भी पुलिस की पैनी नजर रही। ताकि किसी प्रकार की अनहोनि न हो सके।
वहीं दूसरी ओर जो मृतक युवक के पास हड्डियों का ढांचा मिला था, उसका भी पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया तथा डीएनए जांच के लिए सैम्पल लिये और उक्त ढांचे को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। चर्चा है कि मौलना गांव के बजाय उक्त ढांचे को खाताखेड़ी के कब्रिस्तान में देर शाम सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। पिफलहाल पुलिस कंकाल की डीएनए रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही हैं, जिससे स्पष्ट हो सकेगा कि आखिर यह कंकाल किसका हैं?