रुड़की/संवाददाता
हरिद्वार जिला पंचायत अध्यक्ष चौ. सुभाष वर्मा को हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है, बुधवार को डीएम सी रविशंकर ने उनकी सदस्यता रद्द कर दी है, जबकि देर शाम तक भी जिपं अध्यक्ष का चार्ज किसी को नहीं सौंपा गया था। जिसे लेकर सुगबुगाहट तेज रही। वहीं उपाध्यक्ष राव आफाक ने देर शाम तक जिपं अध्यक्ष की कुर्सी खाली रहने पर कड़ी नाराजगी जताई।
बताया गया है कि पिछले लंबे समय से जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर भाजपा, कांग्रेस के बीच बड़ा घमासान मचा हुआ था। जिसके चलते जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर कई बार उतार-चढ़ाव भी आये। जिसके बाद भाजपा सरकार ने उठापटक करते हुए चौ. सुभाष वर्मा को जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर बैठाया था। लेकिन चौ. सुभाष वर्मा भी इस पद पर ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाए और बुधवार को डीएम सी. रविशंकर ने उनकी सदस्यता रद्द कर दी। हालांकि अभी इस खबर की पुष्टि अपर मुख्य अधिकारी राणा ने नहीं की है, उन्होंने कहा कि इस सम्बंध में बंद लिफाफा कार्यालय में आया था, जो वापस भेज दिया गया है। जबकि इस संबंध में कल (आज) हाईकोर्ट से भी फैसला आना है। फिलहाल चौ. सुभाष वर्मा के पद से हटने की सूचना पर विपक्षी दलों में खुशी का माहौल है। बताया यह भी गया है इस मामले को लेकर चौ. राजेन्द्र सिंह ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर आज डीएम हरिद्वार ने यह कार्रवाई की। वहीं उपाध्यक्ष राव आफाक ने कहा कि जिस तरह से प्रदेश सरकार ने बैठे-बैठाये जिपं अध्यक्ष सविता को जानबूझकर हटाया, आज उसी करनी का फल भाजपा को भुगतना पड़ा। हाईकोर्ट के आदेश पर कई दिनों तक चली बहस के बाद डीएम ने यह कार्रवाई की। अभी हाईकोर्ट का फैसला आने बाकी है।