रुड़की/संवाददाता
वाहन चालक द्वारा लाखों रुपए कीमत के लेपटॉप चोरी करने के मामले में पुलिस ने 40 लेपटॉप के साथ दो आरोपियों को कार समेत दबोच लिया, जबकि तीन आरोपी फरार बताए गए है। जिनमें घटना का मास्टरमाइंड भी शामिल है।
सिविल कोतवाली में घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी सैंथिल अवुदई कृष्ण राज एस ने बताया कि उत्तरांचल रोड कैरियर ट्रांसपोर्ट नगर देहरादून के स्वामी राजेन्द्र प्रसाद सेमवाल ने 27 अक्टूबर को सिविल लाइन पुलिस को दी तहरीर में बताया की उनके चालक व अन्य द्वारा करीब लाखों रूपए कीमत के 42 के करीब एचपी व डेल कंपनी के लेपटॉप चोरी कर लिए गए है। जिसके खुलासे के लिए उन्होंने एसपी देहात व सीओ रुड़की के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। जिसके बाद गठित टीम ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया ओर सीसीटीवी कैमरे खंगाले, जिसमें पुलिस को घटनास्थल पर स्विफ्ट डिजायर कार संदिग्ध रूप से खड़ी हुई मिली। मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने नारसन बॉर्डर से उक्त कार को 29 अक्टूबर को चेकिंग के दौरान पकड़ लिया। तलाशी में कार से चोरी के करीब 40 लेपटॉप बरामद हुए, इस दौरान पकड़े गए दोनों आरोपियों ने पूछताछ में अपना नाम जितेंद्र कुमार चौधरी पुत्र स्व. दशरथ चौधरी निवासी शास्त्री नगर, हिलव्यू कॉलोनी खाला थाना बसंत विहार, देहरादून व सन्नी तोमर पुत्र रिखीराम सिंह तोमर निवासी उपरोक्त बताया। टीम उन्हें कोतवाली ले आयी और पूछताछ की। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण बेरोजगारी का संकट पैदा हो गया था और उधारी भी काफी हो गयी थी। जिसके बाद मास्टरमाइंड राजराय उर्फ सुबोध द्वारा अपने साथ दिन्नु उर्फ पंडित के साथ मिलकर योजना बनाई पर योजना के अनुसार जितेंद्र दिन्नु को ट्रांसपोर्ट नगर लेकर गया और उसने चालक की नोकरी पर रखने के लिए राजेन्द्र सेमवाल से अनुरोध किया, जिसके बाद राजेन्द्र प्रसाद सेमवाल ने उसे 12 हजार रुपये की पगार पर रख लिया ओर दिन्नु ने जाली ड्राइविंग लाइसेंस व आधार कार्ड जमा करा दिया। इसके कुछ दिन बाद उसे पता लगा कि 27 अक्टूबर को बड़ी मात्रा में लेपटॉप रूड़की जाने वाले है। इसकी सूचना दिन्नू ने राजराय उर्फ सुबोध को दी। जिसके बाद सुबोध ने रहीम के साथ मिलकर घटना का जाल बिछा दिया ओर सन्नी से बात कर एक टैक्सी भी बुक कर ली। 27 अक्टूबर को दिन्नू हेल्पर विकास के साथ माल लेकर रुड़की के लिए निकल पड़ा और रुड़की के सोलानी पार्क पहुंचकर गाड़ी खड़ी कर ली, तभी स्विफ्ट कार वहां आकर रुकी ओर गाड़ी से 42 लेपटॉप कार में रख लिए, जिन्हें सन्नी ओर जितेन्द्र देहरादून ले गए जबकि सुबोध, दिन्नू ओर रहीम दो लेपटॉप लेकर दिल्ली पहुंचे, जहां उन्हें लैपटॉप का कोई खरीदने वाला नही मिला। जब 29 अक्टूबर को सन्नी ओर जितेंद्र दिल्ली के लिए रवाना हुए, तो वह पकड़े गए। एसएसपी ने टीम को 2500 का इनाम देने की घोषणा की। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है। टीम में एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह, सीओ चंदन सिंह बिष्ट, कोतवाल राजेश साह, एसआई प्रदीप कुमार, बारू सिंह चौहान, अंकुर शर्मा, कॉन्स्टेबल रामवीर, विनोद, विपिन, महिपाल, अजय कुमार शामिल रहे।