कप्तान के सूचना देने पर भी नहीं रोक पाये कार
हरिद्वार। सूचना देने के बाद भी संदिग्ध कार को न रोक पाने पर एसएसपी ने तीन सीपीयू दरोगाओं सहित पांच को लाइन हाजिर किया है। संदिग्ध कार का नम्बर फ्रलैश होने पर कार को पुल जटवाडा पर पकड लिया गया। कार में सवार तीन लोगों से पूछताछ के बाद कुछ संदिग्ध् न लगने व उनकी पूरी जानकारी जुटाने के बाद उनको छोड दिया और कार को सीज कर दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की शाम को एसएसपी सेंथिल अबुदेई कृष्णराज एस अपने आवास की ओर से शहर की ओर आ रहे थे। इसी दौरान भेल क्षेत्र में एक चालक कार को तेज गति व लापरवाही से चलाते हुए ओवर टेक कर जा रहा था। जिसकी संदिग्धता को देखते हुए एसएसपी ने वायरलैस से भगत सिंह चौक पर तैनात कर्मियों की जानकारी लेते हुए बताये गये नम्बर की कार को रोकने के निर्देश दिये। लेकिन वहां तैनात तीन दरोगा सीपीयू व दो कांस्टेबल संदिग्ध कार को नहीं रोक पाये। बताया जा रहा हैं कि संदिग्ध कार के नम्बर को फ्रलैश करते हुए कार को रोकने के निर्देश दिये गये। कप्तान के आदेश होने के कारण सभी थाने व चौकी प्रभारी सड़कों पर उतर आये। बताया जा रहा हैं कि कार को पुल जटवाडा पर पकड लिया गया। कार में तीन लोग सवार थे, जोकि रूड़की के बताये जा रहे है। कोतवाली ज्वालापुर पुलिस ने कार को पकडे जाने की जानकारी कप्तान को देते हुए पूरे मामले से अवगत कराया गया। पुलिस ने कार सवार तीनों से पूछताछ करते हुए उनकी जानकारी जुटाने के बाद कुछ संदिग्ध न लगने पर उनको छोड दिया। लेकिन कार को तेजी व लापरवाही से चलाने को देेखते हुए कार को सीज किया गया है। कोतवाली ज्वालापुर प्रभारी निरीक्षक प्रवीण सिंह कोश्यारी के अनुसार कार को पुल जटवाडा के पास रोक लिया गया था। जिसमें कुछ संदिग्ध नहीं लगा, लेकिन पुलिस ने कार को सीज कर दिया। एसएसपी ने सूचना देने पर भी कार नहीं रोक पाने को गम्भीरता से लेते हुए भगत सिंह चौक पर तैनात तीन सीपीयू दरोगा दिनेश पंवार, प्रताप सिंह तोमर, रतन मणि और कांस्टेबल हिमांशु चौधरी व सुशील को लाइन हाजिर किया गया है। इस घटना के बाद कप्तान के आदेश पर सोमवार की शाम को कार्यालय में तैनात दरोगाओं व कांस्टेबलों को सड़क पर उतार कर चैकिंग में लगाया गया।