श्री तिलभाण्डेश्वर मंदिर से निकाली गई शिव बारात
हरिद्वार। कहा कि सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा अर्चना व जलाभिषेक करने से घर परिवारों में सुख समृद्धि का वास होता है।
भगवान आशुतोष भक्त की सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न हो जाते हैं। भगवान शिव गंगा जल व विल्व पत्र अर्पित करने मात्र से ही भक्त का कल्याण कर देते हैं। भगवान शिव कल्याणकारी देव हैं। उनके स्मरण मात्र से भक्तों के कष्ट दूर हो जाते हैं। उक्त उद्गार प्रदेश के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कनखल स्थित श्री तिलभाण्डेश्वर महादेव मंदिर में भगवान शिव की बारात का शुभारम्भ करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहाकि महाशिवरात्रि पर्व सनातन धर्म का महत्वपूर्ण पर्व है। महाशिवरात्रि पर भगवान शिव व माता पार्वती का ध्यान करने से सभी संकट दूर हो जाते हैं। सुख संपदा की प्राप्ति होती है। महाशिवरात्रि के मौके पर भगवान शिव की विशेष आराधना भक्तों को मनवांछित फल प्रदान करती है। मंदिर के महंत त्रिवेणी दास महाराज ने कहाकि श्री तिलभाण्डेश्वर महादेव मंदिर सिद्ध पीठ है। यहां जो भी सच्चे मन से भगवान की पूजा अर्चना करता है उसके समस्त पापों का क्षय हो जाता है। सच्चे मन से की गई आराधना कभी निष्फल नहीं जाती। बताया कि तीन दिनों से चल रहे महा शिवरात्रि महोत्सव का समापन शनिवार को होगा। प्रातः गणेश पूजन और संत सम्मेलन के साथ भण्डारे का आयोजन किया जाएगा।
श्री तिलभाण्डेश्वर मंदिर प्रांगण से भगवान शिव की बारात का मंत्री मदन कौशिक ने शुभारम्भ किया। बारात शहर के प्रमुख मार्गो से होती हुई सांयकाल मंदिर प्रांगण पहुंचकर सम्पन्न हुई। बारात मंे सुंदर झांकियां आकर्षण का केन्द्र रहीं। बारात में भगवान शिव के गणों वाली झांकी विशेष आकर्षण को केन्द्र रही। इस अवसर पर पार्षद नितिन माणा, भूपेन्द्र कुमार, अमित चावला, नीरज चौधरी, नारायण पौड़ेल, विनोद शर्मा, सुरेन्द्र अरोड़ा, नवीन पांडेय, दीपक जोशी, सुन्दर सिंह मनवाल, हिमांश चोपड़ा, भारत भूषण समेत अनेक लोग मौजूद थे।