राममंदिर ट्रस्ट में संतों को सम्मान दिया जाएः नरेंद्र गिरि
हरिद्वार। विश्व हिन्दू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक दिनेश चंद्र ने रविवार को श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी पहुंचकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज से भेंट की और राममंदिर ट्रस्ट को लेकर चर्चा की। इस दौरान विहिप नेता नितिन गौतम और अजय शर्मा भी मौजूद रहे। वार्ता के दौरान श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि राममंदिर निर्माण के लिए संतों ने अनेकों बलिदान किए हैं। उन्होंने कहा कि संतों की एकजुटता के बल पर ही श्रीराम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हुआ है। काफी आंदोलनों व जद्दोजहद के बाद ही करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के सम्मान में फैसला हुआ। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को अवश्य ही राममंदिर ट्रस्ट में संतों को उचित स्थान देना चाहिए था। संत समाज भगवान श्रीराम के आदर्शों को देश दुनिया में प्रचारित प्रसारित करते चले आ रहे हैं। राममंदिर निर्माण की निर्णायक लड़ाई में संतों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। ऐसे में सरकार को राममंदिर ट्रस्ट में मुख्य रूप से संतों को उचित स्थान व सम्मान देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि तीनों वैष्णव अणी अखाड़ों के श्रीमहंतों के साथ साथ एक जगद्गुरू रामानन्दाचार्य को भी ट्रस्ट में शामिल किया जाए। कहाकि करोड़ों हिन्दुओं की आस्था का केंद्र अयोध्या में बनने वाला श्रीराम मंदिर है। मंदिर की भव्यता व सुन्दरता अलोकिक होनी चाहिए। निर्माण करने से पूर्व संतों से मंदिर निर्माण की रूपरेखा पर विस्तृत विचार विमर्श किया जाए। श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि जल्द ही संतों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह से कुंभ मेले को लेकर मुलाकात करेंगे। विहिप के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक दिनेश चंद्र ने कहा कि सभी धर्माचार्यों व संत महापुरूषों को ट्रस्ट में पूरा सम्मान दिया जाएगा। अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर भव्य रूप से निर्माण होना चाहिए। ऐसी सभी की मंशा है।