हरिद्वार। ऊर्जा निगम की विजिलेंस टीम व हरिद्वार विद्युत विभाग की संयुक्त टीम की उत्तरी हरिद्वार में छापेमारी से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। छापेमारी के दौरान क्षेत्र के दो व्यापारियों के यहां बिजली चोरी पर कार्यवाही की गई।
जानकारी के मुताबिक खड़खड़ी में दो व्यापारियों के देहरादून विजिलेंस ऊर्जा निगम और विद्युत विभाग टीम ने उत्तरी हरिद्वार के खड़खड़ी के दो व्यापारियों के यहां छापेमारी कर बड़े पैमाने पर बिजली चोरी पकड़ी। विजिलेंस टीम को पिछले काफी समय से बड़े पैमाने पर बिजली चोरी की शिकायत मिल रही थी,जिससे आए दिन विद्युत आपूर्ति में भी दिक्कत हो रही थी। जिसको विद्युत विभाग द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए मंगलवार को हरिद्वार कोतवाली नगर क्षेत्र भूपतवाला खड़खड़ी में ऊर्जा निगम विजिलेंस टीम और विद्युत विभाग टीम द्वारा अभियान चलाया गया।
विजिलेंस टीम के पहुंचते ही वहां के लोगों में हड़कंप मच गया। वहीं टीम द्वारा बारीकी से बिजली मीटरों की जांच की गई और दुकानों में लगे बिजली मीटर व उपयोग की जा रही बिजली के लोड की भी जांच की गई। जिसमें खड़खडी के दो व्यापारी बड़े स्तर पर बिजली चोरी करते हुए पाए गए। वहीं विद्युत विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि बिजली चोरी की शिकायत मिलने पर मंगलवार को विद्युत विभाग की टीम द्वारा हरिद्वार नगर खड़खड़ी, भूपतवाला, क्षेत्र में विद्युत मीटरों व उपयोग की जा रही बिजली की बारीकी से जांच की गई। जिसमें खड़खड़ी सूखी नदी के पास खुखरायण भवन के बाहर दुकानों में छापेमारी की गई जिसमें बंसल टेलीकॉम एवं आइस्क्रीम पार्लर पर बिजली चोरी करते हुए सात बड़े फ्रिज चलते पाए गए। जिसमें मौके पर पहुंची विजिलेंस टीम द्वारा रंगे हाथों चोरी करते पकड़े जाने पर कड़ी कार्यवाही की गई है। विद्युत विभाग के अधिकारियों ने बताया कि किसी भी सूरत में बिजली चोरी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि पिछले एक सप्ताह से उपनगरी ज्वालापुर के धीरवाली, चाकलान आदि क्षेत्रों में भी बिजली की गंभीर समस्या बनी हुई है। इस क्षेत्र में ज्वालापुर विद्युत उपखंड द्वितीय से विद्युत आपूर्ति की जाती है। यहां भी बिजली की समस्या अत्यधिक लोड के चलते कई दिनों से बनी हुई है। यह भी बिजली चोरी की कई शिकायते पूर्व में सामने आ चुकी है।
कार्यवाही में उपखण्ड अधिकारी अर्चना, लखपत सिंह नेगी, विजिलेंस टीम में इंस्पेक्टर खजान सिंह चौहान, धनंजय सिंह सहायक अभियंता, हनुमान सिंह रावत विकास कुमार रोबिन सिंह मनोडीया, शामिल रहे।