हरिद्वार। राजीव गांधी राष्ट्रीय युवा विकास संस्थान, क्षेत्रीय कार्यालय चंडीगढ़ और नेहरू युवा केंद्र संगठन, उत्तराखंड ने संयुक्त रूप से तोड़ो शीर्षक नामक वेबीनार का आयोजन किया। वेबीनार में उत्तराखंड के अलग-अलग जिलों के 52 किशोरियों ने भाग लिया। यह वेबीनार हमारे समाज में चुप्पी और शर्म के बीच लिपटे हुए विषय मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधनष् पर प्रशिक्षण देने और वैज्ञानिक जानकारी प्रदान करने के लिए आयोजित की गयी थी । वेबिनार की शुरुआत में डॉ. कोट्टू सेखर, समन्वयक, आरजीएनवाईडी, आरसी, चंडीगढ़ ने प्रतिभागियों को संबोधित किया। वेबिनार की सूत्रधार शीला शर्मा थीं। वेबीनार पर बोलते हुए शीला शर्मा ने कहा कि मासिक धर्म का विषय आज भी हमारे समाज में एक पाबंदित विषय है और मौन एवं शर्म की संस्कृति में लिपटा हुआ है। मासिक धर्म से सम्बंधित गलत धारणाओं और मिथकों के चलते हमारे समाज में माहवारी के दौरान महिलाओं को दूषित, और अशुद्ध माना जाता है, जिसके वजह से उनके स्वास्थ्य, शिक्षा, गरिमा और सामाजिक एवं आर्थिक भागीदारी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता हैं। ये सभी कारक सीधे तीन सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (स्वास्थ्य और कल्याण, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और लिंग समानता) को प्रभावित करते हैं, इसलिए, युवा किशोरियों को मासिक धर्म शुरू होने से पहले ही संबंधित वैज्ञानिक जानकारी दी जानी चाहिए। वेबीनार ने वैज्ञानिक जानकारी साझा करके मासिक धर्म से जुड़ी भ्रांतियों को तोड़ने की कोशिश की। प्रतिभागियों को पीरियड्स के दौरान स्वच्छता बनाए रखने और पोषण आहार लेने के लिए भी सिखाया गया। प्रतिभागियों को मासिक धर्म की ऐंठन को कम करने के लिए खाद्य पदार्थों, योग आसन और घरेलू उपचार की सूची भी प्रदान की गई।
वेबीनार का उद्देश्य प्रतिभागियों को आवश्यक जानकारी और संचार रणनीतियों से वाकिब करना था ताकि वे चुप्पी तोड़ सकेंय और एजेंट ऑफ चेंज यानि परिवर्तन का माध्यम बन सके।