रुड़की/संवाददाता
नगला इमरती में एक महिला के कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए जाने के बाद गुरुवार को नगला इमरती गांव को पूरी तरह सील करते हुए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इसके साथ ही डब्ल्यूएचओ की टीम ने गांव में घर घर जाकर सर्वे किया। सर्वे के लिए 11 टीमों का गठन किया गया। देर शाम तक करीब 400 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी थी। वहीं सीओ रुड़की ने गांव में पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और अधीनस्थों को दिशा-निर्देश दिए।
मिली जानकारी के अनुसार नगला इमरती निवासी एक महिला केंसर पीड़ित है। जिसका उपचार ऋषिकेश एम्स में चल रहा है। बताया गया है कि पीड़िता की पुत्रवधू अपनी सास के पास रहकर उसकी तीमारदारी में लगी हुई थी। सोमवार को उसकी अचानक तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद उसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। मंगलवार को महिला की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट हॉस्पिटल आई थी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। बुधवार को डब्ल्यूएचओ ओर ब्लॉक रेस्क्यू टीम ने गांव का सर्वे कर 150 से अधिक लोगों को चिन्हित किया था। वही पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोरोना पॉजिटिव महिला के परिजनों को सिविल अस्पताल भिजवा दिया। जिनमें से आठ लोगों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है जबकि 20 लोगों को कलियर स्थित एक गेस्ट हाउस में होम क्वारंटाइन किया गया है। बुधवार की देर रात्रि गांव को सील करने के डीएम के आदेश के बाद गुरुवार को डब्ल्यूएचओ, स्वास्थ्य विभाग व राजस्व विभाग की टीम ने गांव में डेरा डाल दिया और पूरे गांव को सील कर दिया गया। सीओ रुड़की चंदन सिंह बिष्ट व कोतवाल अमरजीत सिंह पुलिस बल के साथ गांव में पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान सीओ ने अधीनस्थों को सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त करने के निर्देश दिए। वही डब्ल्यूएचओ की टीम ने आंगनबाडी कार्यकत्रियों के साथ मिलकर गांव में सर्वे शुरू का कार्य शुरू कर दिया। साथ ही डब्ल्यूएचओ की टीम ने देर शाम तक 400 से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग की। नगला इमरती गांव को सील किए जाने के बाद गांव की गलियों में सन्नाटा पसर गया। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने गांव के आवागमन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया। सीओ चंदन सिंह बिष्ट ने बताया कि पिछले दिनों एम्स में भर्ती एक मरीज की पुत्रवधू कोरोना पोजिटिव पाई गई थी, जिसके बाद गांव को सील कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का पालन करने का सभी से आहवान किया गया है। ग्रामीणों के आवागमन को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है और लोगों को घरों में ही रहने को कहा गया है। सीओ ने बताया कि ग्रामीणों को आवश्यक वस्तुओं की कमी नहीं आने दी जाएगी। वही कोतवाल अमरजीत सिंह का कहना है कि गांव की तमाम गलियों को बल्लिया लगाकर बंद कर दिया गया है और पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और ग्रामीणों को किसी भी तरह की असुविधा ना हो, इसके लिए पुलिस प्रशासन हर संभव मदद करेगा।