रुड़की/संवाददाता
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर आम नागरिक मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए सीमा श्रीवास्तव ने कहा कि आज महिलाएं पितृसत्तात्मक समाज की बेड़ियों को तोड़कर आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि आज महिलाओं ने हर क्षेत्र में मुकाम हांसिल किया है। पूर्व प्रधान एवं वरिष्ठ भाजपा नेता कमला बमोला ने कहा कि जहाँ महिलाओं का सम्मान होता है, वहाँ लक्ष्मी का वास होता है। उन्होंने कहा कि महिला ही परिवार को चलाने के साथ साथ नई पीढ़ी को संस्कारित करने का कार्य करती है। इसलिए महिलाओं को उच्च शिक्षा के लिए आगे आना चाहिए। पत्रकार रीना डंडरियाल ने अपने संबोधन में महिलाओं से अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने की अपील की। इस अवसर पर समाजसेवी शाहिदा शेख ने कहा कि वर्तमान समय में महिलाओं को आर्थिक रूप से सवावलम्बी बनने की आवश्यकता है। इस अवसर पर डॉ. भारती सिंह, प्रतिमा शर्मा, रेनू शर्मा, अंजू शर्मा, रीनू कश्यप आदि ने भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में शाहिदा शेख, कमला बमोला, सीमा श्रीवास्तव, रीना डंडरियाल, आंकाक्षा, कविता कश्यप, नीलू गुप्ता, अंशुल, मन्नू जैन,अभिलाषा वर्मा, संगीता धवन, समृद्धि धवन, मीना सैनी, आरती सैनी, प्रियंका, मंजू, संतेश त्यागी, पूनम त्यागी, संध्या आदि को कोविड कॉल के दौरान समाज में किये विशिष्ट कार्यों के लिए महिला शक्ति सम्मान से सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सतेंद्र शर्मा सत्य व संचालन दिनेश धीमान व अंजू शर्मा ने किया। सहयोगी के रूप में विजय शर्मा, संदीप वर्मा, नवीन जैन, राजेन्द्र गुरुंग,प्रिया गुप्ता, शिखा, दिनेश वशिष्ठ आदि मौजूद रहे।