हरिद्वार। अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानंद सरस्वती महाराज ने कहाकि भारत के राजनीतिक दलों की गलत नीतियों के कारण आज भारत में हिंदुओं का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। जिस तरह से भारत के मुस्लिम अपनी आबादी बढ़ा रहे हैं और हिंदुओं की आबादी घट रही है उससे ऐसा लगता है कि 2029 में भारत का प्रधानमंत्री मुसलमान ही बन जाएगा। उसके बाद भारत के हिंदुओं की स्थिति अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश के हिंदुओं जैसी हो जाएगी। इस स्थिति से बचने के लिए हिंदुओं को शीघ्रता से इजराइल की तरह सनातन वैदिक राष्ट्र का निर्माण करना होगा। उक्त बात उन्होंने शुक्रवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आगामी कुंभ को प्रदेश सरकार सनातन वैदिक राष्ट्र को समर्पित करने का कार्य करें। उन्होंने बताया कि सनातन वैदिक राष्ट्र बनाने को लेकर पहली बार धर्म संसद का 2 से 4 अक्टूबर को शिवशक्ति धाम डासना, गाजियाबाद में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने सनातन के सभी धर्म गुरुओं से इस संसद में भाग लेने की अपील की।
इस मौके पर श्री ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहाकि आज हरिद्वार जैसी धार्मिक नगरी में चारों तरफ हिंदुओं की आस्था पर प्रहार किया जा रहा है। हमारे मंदिरों को तोड़ा जा रहा है। इन सब को रोकने के लिए आज हरिद्वार से आरंभ करके इस अभियान को दुनिया के हर हिंदू तक पहुंचाया जाएगा ताकि शीघ्र ही सनातन वैदिक राष्ट्र का निर्माण किया जा सके। इस दौरान संत बाल योगी, ज्ञाननाथ महाराज, यति रामानंद सरस्वती, यति सत्यदेवानंद सरस्वती, हिंदू स्वाभिमान के राष्ट्रीय संयोजक कार्यवाहक अध्यक्ष बाबा परमिंदर आर्य व महामंत्री अनिल यादव मौजूद रहे।