हरिद्वार। दिल्ली में हिन्दुओं के ऊपर सुनियोजित तरीके से हुए अमानवीय अत्याचारों और हिन्दुओ के व्यापक नरसंहार को लेकर हिन्दू धर्मगुरुआंे, बुद्धिजीवियों, नेताओ और हिन्दू संगठनों के मौन से आहत अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानन्द सरस्वती, श्री ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पण्डित अधीर कौशिक व हिन्दू स्वाभिमान के राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष बाबा परमेन्द्र आर्य ने बुधवार को हरिद्वार प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए दिल्ली दंगों पर हिन्दुओं की हत्या पर चिंता व्यक्त की।
इस दौरान यति नरसिंहानन्द सरस्वती महाराज ने कहाकि सनातन धर्म इस समय अपने अस्तित्व के सबसे कठिन दौर से गुजर रहा है। लगता है की दुनिया की सभी शक्तियां सनातन धर्म को मिटाने पर तूल गयी हैं। तभी बीबीसी जैसे चैनेल एक समुदाय विशेष बच्चियों की किताब जलने की तो चर्चा कर रहे हैं परंतु हिन्दुआंे की जो बेटियां बलात्कार करके जला दी गयी उनकी चर्चा कोई नहीं कर रहा है। हिन्दुआंे ने कब क्या बयान दिए, इसकी चर्चा मीडिया में बहुत गर्म है परन्तु एक समुदाय विशेष ने किस तरह से कत्लेआम, आगजनी, तेजाबी हमलांे और पत्थरबाजी का सामान अपने घरों, मदरसों और गोदामों में इकठ्ठा किया इस पर बोलने वाला कोई नहीं दिख रहा है। कहाकि हिन्दुओ की दिल्ली में घृणास्पद तरीकों से हत्या की गई है, इसे सारी दुनिया से छिपाया जा रहा है। सरकार केवल हिन्दुओ की मौत का आंकड़ा छिपाने का कार्य कर रही है। हिन्दुआंे की इस दुर्गति का कारण है की न तो कोई हिन्दुओं की आवाज उठाने वाला है और न ही उनके लिये लड़ने वाला। इसके विपरीत हजारांे जिहादी संगठन और मदरसों का पूरा जंजाल है।
उन्होंने कहा की इस सबका कारण है की अब सारी दुनिया जान गई है की हिन्दुआंे के लिये न तो कोई लड़ने वाला है और न ही कोई बोलने वाला है। अब सनातन के धर्मगुरुआंे को आगे आना चाहिये और उन्हें मदरसों की तर्ज पर गुरुकुलों और गुरुद्वारों की तर्ज पर मन्दिरों को तैयार करना चाहिये। ताकि हर गरीब से गरीब हिन्दू को शिक्षा, भोजन और इलाज मिल सके। धर्मगुरुओ को अब जिहाद के विरुद्ध हिन्दुआंे को संगठित भी करना चाहिये वरना अब इस्लाम का जिहाद सनातन को खा जाएगा और इसके सबसे बड़े दोषी हिन्दू धर्मगुरु होंगे।
पण्डित अधीर कौशिक ने धर्माचार्यो से इस महान कार्य में पहल करने का अनुरोध किया। कहाकि अगर सनातन के धर्मगुरु मदरसों की तरह गुरुकुल बनाये और गुरुद्वारों की तरह मन्दिर तो समाज भी पीछे नहीँ रहेगा। इस तरह के हर गुरुकुल और मन्दिर को श्री ब्राह्मण सभा हर तरह से सहयोग करेगी।
प्रेसवार्ता में जेपी बड़ौनी, प. पवन कृष्ण शास्त्री व यति सेवानंद सरस्वती महाराज भी उपस्थित थे।