बद्रीविशाल ब्यूरो
ऋषिकेश। एम्स प्रशासन द्वारा लागू बिलिंग प्रणाली से मरीजों व उनके तीमारदारों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है। जिसके चलते काउंटर पर बिलिंग के लिए मरीजों, तीमारदारों की लंबी लंबी लाइन देखने को मिली। ऊपर से परेशानी तब और बढ़ जाती है जब इसके लिए सीमित काउंटर ही हो और उनमें भी एक ही कर्मचारी उपलब्ध हो।
दरअसल एम्स ऋषिकेश प्रशासन की ओर से ओपीडी को छोड़कर मरीजों को लिखे जाने वाले किसी भी तरह के टेस्ट,एक्सरे या किसी भी अन्य सेवाओं के भुगतान के लिए पहले उसकी बिलिंग कराने की व्यवस्था लागू की गई। इस नई व्यवस्था का कई मरीजों व उनके तीमारदारों को जानकारी नहीं। जिसके चलते वह लंबी लंबी लाइन में लगकर पहले ओपीडी मेे पहुंचते है जहा उन्हें डॉक्टर टेस्ट के लिए भेजते है। लेकिन उन्ही टेस्ट से पहले अब उसकी बिलिंग करानी जरूरी कर दी गई।
इस नई व्यवस्था के बाद से मरीजों व तीमारदारों को बिलिंग के लिए घंटो अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। घंटो बाद नम्बर आने के बाद जैसे ही वह टेस्ट के लिए सम्बन्धित विभाग में पहुंचता है तो या तो डॉक्टर उपलब्ध नहीं होता या समय पूरा होने के चलते मरीज को अगले दिन तक के लिए कह दिया जाता है। जिससे दूरदराज से आए मरीजों व उनके तीमारदारों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है।
ओपीडी के बाहर लगे काउंटर पर हो व्यवस्था
एम्स के ही स्टाफ ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि प्रशासन द्वारा लागू नई बिलिंग व्यवस्था में मरीजों को हो रही भारी परेशानी को देखते हुए एम्स प्रशासन को चाहिए कि प्रत्येक विभाग की ओपीडी के बाहर रजिस्ट्रेशन के लिए बने काउंटर पर ही बिलिंग की व्यवस्था कर दी जाए,ताकि मरीजों को ओपीडी के बाहर जाकर लंबी लाइन में समय ना गंवाना पड़े। क्योंकि मरीजों के रजिस्ट्रेशन के रिन्युवल के लिए हर विभाग की ओपीडी के बाहर पहले से ही काउंटर मौजूद है।