महिला से आनलाइन करीब दस लाख की ठगी

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साइबर क्राइम सैल की सक्रियता से बचे 5 लाख
हरिद्वार।
आनलाइन करीब दस लाख की ठगी की शिकार महिला की शिकायत पर साइबर क्राइम सेल ने तत्काल कार्यवाही करते हुए उसके पेटीएम खाते को फ्रिज कराते हुए पांच लाख की रकम बचा ली गयी। साइबरर क्राइम सैल अब महिला के बैंक खाते में रकम को वापस डलवाने का प्रयास कर रही है। पुलिस के मुताबिक आनलाइन ठगों की पहचान होने पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार शिवालिक नगर रानीपुर हरिद्वार निवासी उर्मिला देवी के बैंक खाते से आनलाइन करीब 10 लाख की ठगी की गई। बताया जा रहा हैं कि महिला के नाम बैंक में दो एफडी थी, एफडी की अवधि पूरी होने पर दोबारा नई एफडी बनाने के लिए महिला ने गूगल से बैंक हेल्प नंबर पर संपर्क किया। जिस नंबर से संपर्क किया उसने अपना परिचय बैंक अधिकारी बताते हुए महिला को अपनी बातों में उलझा कर घर बैठे नई एफडी बनाने का भरोसा दिलाया। महिला का एटीएम कार्ड नंबर व बैंक अकाउंट नंबर लेने के बाद महिला की एफडी का नंबर लेकर उन्हें बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया, रकम महिला के अकाउंट में आ गई, मगर बैंक अकाउंट से रकम लगातार निकलती जा रही थी। बताया जा रहा हैं कि जब खाते से करीब 10 लाख रुपए निकल गए तो महिला को ठगी का शिकार होने की भनक लगी। पीडिता ने रानीपुर कोतवाली पहुंची और मामले से अवगत कराया। बताया जा रहा हैं कि रानीपुर पुलिस ने महिला को तत्काल साइबर क्राइम सेल प्रभारी हरपाल सिंह के पास भेज दिया। साइबर सेल प्रभारी ने आला अधिकारियों के निर्देश पर पीड़ित महिला से जानकारी लेने के बाद खाते से पेटीएम किए गए रकम के बारे में जानकारी जुटाई पेटीएम नोडल अधिकारी से संपर्क कर ठगी का मामला बताया और महिला के अकाउंट से ट्रांसफर हुए पेटीएम खातों को फ्रिज करवा दिया। साइब क्राइक सैल की सक्रियता के चलते महिला की पांच लाख रुपए की रकम बचा ली गयी। नोडल अधिकारी से महिला के बैंक खाते में पांच लाख की रकम वापस ट्रांसफर की बात कही गई है। साइबर क्राइम सैल प्रभारी निरीक्षक हरपाल सिंह के अनुसार साइबर ठगों के खिलाफ पीडिता की शिकायत पर रानीपुर में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। जिसके बाद ठगों की पहचान कर उनकी गिरफ्रतारी की जाएगी।

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