*असल आरोपी पर कसा पुलिस ने शिकंजा।
बद्रीविशाल ब्यूरो
हरिद्वार। कभी कभी पुलिस भी गलत फहमी का शिकार हो जाती है। दरअसल कुछ दिन पूर्व ड्रग्स के आरोप में थाना श्यामपुर पुलिस ने एक आरोपी को जेल भेजा था। आरोपी बीसीएस का स्टूडेंट है। मामले की गहन जांच में आखिर छात्र निर्दोष निकला। सच्चाई सामने आने के बाद अब पुलिस ने यू टर्न लेते हुए छात्र को फंसाने के असल आरोपी पर शिकंजा कसने की तैयारी कर दी है।
मामले के मुताबिक बीती 7 जनवरी को श्यामपुर थाना पुलिस ने चैकिंग के दौरान एक युवक अजय पुत्र टीकाराम निवासी ग्राम मीठीबेरी लालढांग, श्यामपुर जिला हरिद्वार को 171 ग्राम चरस के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था। हालांकि पूछताछ में युवक बार बार पुलिस को अपनी बेगुनाही की गुहार लगाते हुए कह रहा था कि उसको साजिश के तहत फंसाया गया है। मामला एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल के संज्ञान में आया तो उन्होंने छात्र के भविष्य का ध्यान रखते हुए मामले की पूरी जांच के निर्देश दिए।
ऐसे आई सच्चाई सामने
पूछताछ में युवक ने पुलिस को बताया था कि वह बीएससी का छात्र है और घटना वाले दिन वह पेपर देकर कॉलेज से घर जा रहा था। इसलिए पुलिस सबसे पहले तहकीकात करने कुंवर प्रभा पीजी कॉलेज पहुंची, जहां पुलिस ने अलग-अलग जगह पर लगे सीसीटीवी फुटेज को चैक किया तो उनमें एक कैमरे में घटना की सच्चाई सामने आ गई। कैमरे में 02 अज्ञात व्यक्ति युवक की बाइक में चोरी छिपे चरस रखते पाए गए।
युवक को फांसने का रचा षड्यंत्र
अब तक पुलिस को ये तो मालूम हो गया कि युवक निर्दोष है और उसकी बाइक में ड्रग्स किसी और ने रखी थी,लेकिन अब पुलिस उन गुनहगारों तक पहुंचना था जो निर्दोष युवक को जेल की सलाखों के पीछे देखना चाहते थे। सो इसके लिए अब मामले की तह तक जाने के लिए फुटेज में दिख रहे व्यक्ति की तलाश में दिन रात जुट गई। आखिरकार श्यामपुर पुलिस ने मात्र 48 घंटे के भीतर घटना के मास्टरमाइंड अनूप गुप्ता पुत्र स्व नरेश गुप्ता निवासी लालढांग थाना श्यामपुर को धर दबोचा। जिसके बाद मामले की असली वजह सामने आई।
बेटी के प्रेमी को फंसाने को रची थी साजिश
दरअसल जेल गए छात्र का मुख्य आरोपी की बेटी से प्रेम प्रसंग चल रहा था जो आरोपी को नापसंद था। इसलिए आरोपी ने युवक को फंसाने के लिए अपने एक साथी की मदद से पूरा प्लान बनाकर युवक की मोटरसाइकिल में चोरी छुपे चरस रख दी और उसको जेल भिजवा दिया।
मामले की सच्चाई सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपी अनूप गुप्ता को हिरासत में ले लिया। वहीं मामले की विवेचना में छात्र अजय का नाम हटाकर आरोपी अनूप गुप्ता का नाम जोड़कर पुलिस आरोप पत्र कोर्ट में पेश करने जा रही है। इस तरह एक छात्र को न्याय दिलाने व उसे बेकसूर साबित करने पर स्थानीय जनता व पीड़ित परिवार ने एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल व श्यामपुर थाना पुलिस की कार्यप्रणाली की जम कर सराहना की।