हरिद्वार। तीन सालों से फरार चल रहे दस हजार के ईनामी वन जीव तस्कर को पुलिस ने पंजाब के एक गांव में छापा मारकर गिरफ्रतार किया हैं। जिसको पूरी कानूनी प्रक्रिया के पश्चात हरिद्वार लाया गया। पूछताछ के दौरान ईनामी तस्कर ने वन जीव जन्तु की हत्या कर उनके हड्डी व खाल की तस्करी करने की बात कबूली है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ सम्बंधित धाराआें में मामला दर्ज कर लिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2016 से फरार चल रहे दस हजार के ईनामी वन जीव तस्कर मुख्तार पुत्र बजेरिया निवासी मौहल्ला धोबीयाना सिविल लाईन भटिण्डा पंजाब हाल निवासी ग्राम भागीके निहाल सिंह मोगा पंजाब को श्यामपुर पुलिस टीम ने मोगा पंजाब से गिरफ्रतार कर लिया। जिसको कानूनी प्रक्रिया के पश्चात हरिद्वार जाया गया। जहां पर तस्कर मुख्तार ने बताया कि वर्ष 2016 में वह अपने रिश्तेदाराें प्रताप, रामभगत, राम चन्दर भाडिया उर्फ भाडू और हजारी के साथ जीव जन्तु का शिकार करने के लिए श्यामपुर हरिद्वार के जंगलों में आये थे। जिन्होंने जंगल में गढ्ढा खोद कर फंदा बनाकर जनवरों को फंसाकर उनको लाठी-डण्डों, भाले व रोड से मार कर उनकी खाल व हड्डियां निकाल ली। जब वह पांच टाईगर की खाल और तीन बैगाें में हड्डियां लेकर जंगल से जा रहे थे। इसी दौरान जब वह रवासन नदी के पास पहुंचे, तभी पुलिस ने छापा मार दिया और एक साथी राम चन्दर को पुलिस ने पकड लिया। जबकि शेष साथी जंगल के रास्ते फरार हो गये। लेकिन बाद में पुलिस ने तीन अन्य साथियों राम भगत, प्रताप और हजारी को गिरफ्रतार कर लिया। मगर वह किसी तरह बच गया और पुलिस को धोखा देकर अपने गांव में नहीं बल्कि अन्य गांव मोगा में रहने लगा। लेकिन पुलिस टीम ने वहां पर पहुंचकर उसको गिरफ्रतार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। श्यामपुर एसओ दीपक कठैत के अनुसार तीन सालों से फरार चल रहे दस हजार के ईनामी जीव जन्तु तस्कर को मोगा पंजाब से गिरफ्रतार कर लिया है।