हरिद्वार। कुंभ में हुए कोरोना जांच घोटाले में एसआईटी की ओर से दो और लोगो की गिरफ्तारी की गई है। कोरोना फर्जी जांच में हिसार, लाल चंदानी लैब सेंट्रल दिल्ली के खिलाफ 17 जून को शहर कोतवाली हरिद्वार में मुकदमा दर्ज हुआ था। एसआईटी भिवानी की डेलफिश लैब के संचालक आशीष वशिष्ठ को आइसीएमआर के पोर्टल पर कोविड जांच के फर्जी आंकड़े अपलोड करने के आरोप में पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। लेकिन आज एसआईटी ने आगे की कार्यवाही करते हुए अब मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेज के पार्टनर शरत पंत व मल्लिका पंत को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
बताते चले कि बीते वर्ष हुए कुंभ मेले के दौरान कोरोना टेस्टिंग का ठेका लेने वाली मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेज दिल्ली ने बड़े पैमाने पर फर्जी टेस्ट कर सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया था। छह माह पूर्व इस मामले में हरिद्वार की शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ था।जिसमे कोरोना फर्जी जांच घोटाले की जांच कर रही एसआइटी की टीम ने मैक्स कारपोरेट के पार्टनर शरत पंत और उसकी पत्नी मल्लिका पंत व नवतेज नलवा के खिलाफ पहले गैर जमानती वारंट और उसके बाद कुर्की के लिए मुनादी की कार्रवाई की थी,लेकिन तब फरार चले रहे पंत दंपत्ति को आज एसआईटी ने दिल्ली से घर दबोचा। जिन्हे अब पकड़कर हरिद्वार लाया जा रहा है।