हरिद्वार। आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की पर्वतन निदेशालय द्वारा पूछताछ के बाद हुई गिरफ्तारी के विरोध में चन्द्राचार्य चौक पर विरोध प्रदर्शन कर पुतला फूंका। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश शर्मा ने कहा कि जब भी कोई चुनाव आता है तभी ईडी और सीबीआई हरकत में आ जाता है। हिमाचल में आप का जनाधार बड़ी तेजी से बढ़ रहा है, जिसे भाजपा पचा नहीं पा रही है। भाजपा को हिमाचल चुनाव में हार का डर सता रहा है। चुकी सत्येंद्र जैन हिमाचल के इलेक्शन इंचार्ज हैं, इसलिए भाजपा ईडी का सहारा लेकर हिमाचल चुनाव को प्रभावित करने में लगी है। सत्येंद्र जैन पर 8 साल से एक फर्जी केस चलाया जा रहा है, जिस पर ईडी समेत तमाम जांच एजेंसियों की जांच में अब तक कुछ नहीं मिल पाया। उन्होंने कहाकि कई बार उनसे पूछताछ हो चुकी है। उनकी गिरफ्तारी सरकारी जांच एजेंसियों की निष्पक्षता पर सवाल उठाती है। पार्टी की पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष महिला मोर्चा हेमा भण्डारी ने कहा कि पिछले 10 सालों में आप की दो राज्यो में सरकार और आप की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता से भाजपा पूरी तरह तिलमिला गयी है। इसलिए आप के मंत्रियों, विधायकों और कार्यकर्ताओं को चिन्हित करके सरकारी एजेंसियों का सहारा लेकर झूठे मुकदमों में फंसाया जा रहा है। यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पूर्व भी अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री रहते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय में दो बार सीबीआई की रेड पड़ चुकी है, परंतु कुछ भी हाथ नही लगा। उन्होंने कहाकि इस बार भी सत्येंद्र जैन वापिस आएंगे। भाजपा सरकारी मशीनरी का दुरुयोग कर अपने विरोधियों को धमकाने का प्रयास करती है, परंतु आप कार्यकर्ता ऐसी गीदड़ भभकियों से डरने वाले नहीं है। अनिल सती ने कहाकि 8 साल से ईडी और सीबीआई जांच कर रही है, परंतु अभी तक कोई साक्ष्य नहीं दे पाई और न ही भाजपा को हार का डर सताने लगा है। तब आनन फानन में ईडी पूछताछ के बहाने सत्येंद्र जैन को बुलाती है और फिर गिरफ्तार कर लेती है। यही भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा है। आज भाजपा लोकतांत्रिक मूल्यों को ताक पर रखकर देश की सर्वोच्च एजेंसियों का सहारा लेकर अपनी राजनीतिक महत्वकांशाओ के पूर्ति में लगी है।
प्रदर्शन करने वालो में पूर्व प्रत्याशी संजय सैनी, हेमा भण्डारी, संजय सैनी, अनिल सती, संजू नारंग, यशपाल सिंह चौहान, पूर्व प्रत्याशी ममता सिंह, रेखा देवी , किरण कुमार दुबे, अकरम कांच वाले, मयंक गुप्ता, अंशल शर्मा, वसीम आलम, शमशाद, अशोक कुमार, शिव कुमार, खालिद हसन, बिरम पाल सिंह, टिंकू, पवन बर्मन, प्रवीण कुमार, श्रवण गुप्ता, निर्माण सैनी, खलील राणा,अमनदीप, निर्माण सैनी, दीपक कुमार, कमल कुमार, विधा सागर, संगम, अक्षय सैनी, संदीप कुमार, तेजस्वी, संजय गौतम, गुलशन, अमन सकलानी, चांद सिंह सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।