हरिद्वार। बेटे द्वारा घर से निकले जाने के बाद पीडि़त बुजुर्ग पिता ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर प्रशासन और पुलिस टीम ने बुजुर्ग को मकान पर कब्जा दिलाया। मकान पीडि़त बुजुर्ग के नाम पर है।
जानकारी के मुताबिक बहादराबाद निवासी बुजुर्ग रमेशचंद जायसवाल को उसके पुत्र पंकज जायसवाल ने घर से निकाल दिया। जिसके बाद से रमेशचंद माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिक भरण पोषण और कल्याण अधिनियम के तहत एसडीएम कोर्ट में गुहार लगाई। मकान रमेशचंद जायसवाल के ही नाम पर है।
नवंबर माह में मामले की सुनवाई करते हुए एसडीएम पूरन सिंह राणा ने बेटे को मकान सहित विभन्नि संत्तियों से बेदखल कर रमेशचंद को पुनः काबिज करने के आदेश दिए थे। किन्तु आदेश के बावजूद रमेशचंद को कब्जा नहीं मिल पाया था। जिस पर एसडीएम ने नायब तहसीलदार को बंद पड़े मकान का ताला खुलवाकर बुजुर्ग रमेशचंद को कब्जा दिलाया गया।
एसडीएम पूरण सिंह राणा ने बताया कि पीडि़त बुजुर्ग लोगों की समस्या का समाधान किया जा रहा है। इनके मामले मेे भी पीडि़त रमेशचंद को मकान पर कब्जा दिलाने के लिए नायब तहसीलदार और पुलिस टीम को मौके पर भेजा गया। बुजुर्ग रमेशचंद को मकान पर कब्जा दिला दिया गया है।