हरिद्वार। एनजीटी के नियमों को ताक पर रखकर गंगा से 30 मीटर के दायरे में बिना नक्शा पास कराए बिल्डिंग का निर्माण के विरोध में श्यामपुर कांगड़ी की ग्राम पंचायत ने मोर्चा खोला। कुछ दिन पहले एचआरडीए को ज्ञापन देने के बाद भी कार्रवाई न होने पर गहरा रोष जाहिर करते हुए जिलाधिकारी को पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
ग्राम पंचायत (श्यामपुर कांगड़ी) की ग्राम प्रधान शीतल देवी ने बताया कि गंगा की सीमा से 30 मीटर के भीतर अवैध कॉलोनी के अंदर नियमों को ताक पर रखकर निर्माण कार्य किया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में जोरों से प्रोजेक्ट को गति प्रदान की जा रही है। एनजीटी के रोक के आदेश के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। सिग्नेचर विला के नाम से सीधे-साधे लोगों को फंसा कर उनका पैसा फंसाने का काम कर रहे हैं। और मोटी रकम लेकर उनसे बुकिंग की जा रही है। कहा कि 11 दिन पहले हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की गई थी, लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई विभाग के द्वारा नहीं की गई है।
दीपक कुमार और राजेश ने कहा कि गंगा नदी के किनारे निर्माण को नहीं रोका गया तो विकास प्राधिकरण कार्यालय का घेराव किया जाएगा। ग्राम प्रधान शीतल देवी के नेतृत्व मे ग्रामीण कार्यालय का घेराव करने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि लोगों की जान से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लगातार बड़े बड़े प्रोजेक्टों के माध्यम से उत्तराखंड के प्राकृतिक परिवेश से छेड़छाड़ की जा रही है। जिस कारण आपदाओं को निमंत्रण मिल रहा है। विकास प्राधिकरण के अधिकारी इस पूरे मामले मे मौन साधे हुए हैं जिससे उनकी कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। ग्राम निवासी सुशील पाल, रविंदर, आयुष पाल, राजेश कुमार, संदीप कुमार आदि ने भी विकास प्राधिकरण के निरंकुश रवैये के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए कोर्ट जाने की चेतावनी दी है।