दैनिक बद्री विशाल
रुड़की/संवाददाता
राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन उत्तराखण्ड की एक बैठक इकबालपुर स्थित कार्यालय पर आयोजित की गई, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष चौ. पदम सिंह भाटी, महासचिव डॉ. अनिल चौधरी व जिलाध्यक्ष चौ. पहल सिंह पंवार आदि ने बोलते हुए कहा कि इकबालपुर शुगर मिल पर पिछले तीन वर्षो का गन्ना भुगतान बकाया चल रहा हैं। जिसमें दो वर्षो का भुगतान हाईकोर्ट द्वारा पिछले वर्षो की चीनी बेचकर किया जाना सुनिश्चित किया गया हैं, लेकिन इस वर्ष का भुगतान सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार व डीएम हरिद्वार, गन्ना केन कमीशनर द्वारा निर्देशित किया गया था कि मिल प्रबन्धन 14 दिन के अंतराल पर टैंगिंग के अनुसार भुगतान करेगा। साथ ही कहा कि शुगर मिल को सुचारू हुये एक माह हो गया हैं, जिसमें मिल द्वारा 8 लाख कुंतल गन्ने की पेराई कर दी गई हैं, जिससे 80 हजार चीनी की बोरी बनी हैं, जिनकी कीमत 25 करोड़ बनती हैं और टैंगिंग के अनुसार किसानों का 17 करोड़ रुपये बनता हैं, लेकिन एक सप्ताह के भुगतान के लिए इनके पास 6 करोड़ रुपये भी नहीं हैं, इससे साफ हो गया है कि मिल प्रबन्धक अपने वायदे से मुकर रहे हैं और वह भुगतान के प्रति गम्भीर नहीं हैं। इनके द्वारा अखबारों में एक सप्ताह की एडवाईज व पैसे भेजने का झूठा आश्वासन दिया जा रहा हैं। मिल द्वारा अब तक गन्ना सोसाईटी में केवल 2 करोड़ 70 लाख रुपये भेजे गये हैं। यह किसानों का बेवकूफ बनाकर गन्ना खरीद रहे हैं और उनके संगठन के साथ हुये समझौते का खुला उल्लंघन कर रहे हैं। इसलिए किसान मजदूर संगठन 14 जनवरी को 12 बजे इकबालपुर शुगर मिल में गन्ना भुगतान को लेकर एक पंचायत का आयोजन कर रहा हैं। हम अपने गन्ने का भुगतान लेकर रहेंगे, अन्यथा हमारे गन्ने से बनने वाली चीनी को रोक दिया जायेगा जिसकी जिम्मेदारी मिल प्रबन्धक व शासन -प्रशासन की होगी। उन्होंने तमाम किसानों से आहवान किया कि इकबालपुर में होने वाली पंचायत मंे अधिक से अधिक संख्या में पहंुचे और मिल प्रबन्धन से गन्ना भुगतान दिलाने में संगठन का सहयोग करें।