दैनिक बद्री विशाल
रुड़की/ संवाददाता
मालवीय चौक पर तांशीपुर गांव निवासी हुकम सिंह त्यागी (87) के पुत्र रामकुमार त्यागी (नेत्रहीन) ने समाज के लोगों के साथ प्रेसवार्ता कर अपना दुःखड़ा मीडिया के सामने बताते हुए कहा कि उनकी जमीन खसरा न. 89 मौजा शिमनौली पर हैं। कुछ भूमाफिया और असामाजिक तत्वों द्वारा षड़यंत्र रचकर मेरे उपर पुलिस में झूठी रिपोर्ट कर हमारी पुस्तैनी भूमि पर कब्जा कर लिया। उक्त जमीन के पास से नया हाईवे निकला हैं और कुम्भ मार्ग का चौड़ीकरण भी हो रहा हैं। यह जमीन शिमनौली में राणा स्टील फैक्ट्री के पास स्थित हैं। इस जमीन के पास फैक्ट्री, कॉलेज, हाईवे और कालोनी बनने का काम बड़ी तेजी से चल रहा हैं। कुछ भू-माफियाओं ने जबरदस्ती बिना जमीन खरीदे वहां पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया। सिविल कोर्ट और पुलिस के हस्तक्षेप के बाद किसी तरह वहां निर्माण कार्य रुक गया हैं, लेकिन उक्त लोगों ने कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन करते हुए रातों-रात वहां निर्माण कार्य कर दिया। इन लोगों ने मेरी 10 बीघा जमीन में से 2 बीघा जमीन जबरदस्ती कब्जा ली हैं। इस मामले में शिकायत के बावजूद भी मेरी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पीड़ित नेत्रहीन किसान ने शासन-प्रशासन ओर प्रदेश के सीएम से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरी जमीन मुझे दिलाने में सहयोग करें। इस दौरान पीड़ित किसान ने मानकपुर आदमपुर गांव निवासी हाकम सिंह, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष प्रदीप चौधरी समेत बीस लोगों पर भूमि कब्जाने का गम्भीर आरोप लगाया। साथ ही कहा कि उनकी जमीन बेहद कीमती हैं और इस पर उक्त लोग नजर गड़ाये हुये हैं। यही कारण है कि अदालत के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए रातों-रात निर्माण कर लिया। वहीं डीसीबी चेयरमैन प्रदीप चौधरी ने बताया कि उक्त जमीन पर गुर्जर समाज के पंवार गोत्र के देवताओं के थान सैकड़ों वर्षो से विराजमान हैं और समाज के लेागों ने मिलकर उस भूमि पर केवल आधा बीघा जमीन में देवताओं के उन्ही थान का जीर्णोद्धार किया हैं।