हरिद्वार। महाराष्ट्र में कोरोना के नाम पर धर्म विशेष के लोगों द्वारा जूना अखाड़े के दो संतों की हत्या किए जाने की अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कड़े शब्दों में निंदा की है। दोनों संत एक अन्य संत की श्रद्धांजलि में शामिल होने के लिए जा रहे थे। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज ने केंद्र और महाराष्ट्र सरकार से दोनों संतों की हत्या की जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज ने कहाकि लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में अगर कोई संत महात्मा ब्रह्मलीन होते हैं, तो उस इलाके के ग्रामीण और आसपास के साधु संत ही उनकी समाधि में शामिल हों। उन्होंने कहा है कि बाहरी जिले से साधु-संतों को समाधि में जाने की फिलहाल लॉकडाउन तक कोई आवश्यकता नहीं है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के पालघर जिले के दानू तहसील में जूना अखाड़े के दो संतों की पुलिस की मौजूदगी में लाठी डंडों से पीट-पीटकर धर्म विशेष के लोगों ने हत्या कर दी। इस घटना के बाद से संतों में काफी नाराजगी है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने दोषियों के खिलाफ जांच के बाद सख्त कार्रवाई की मांग की है। श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज ने आरोप लगाया है कि कोरोना के बहाने धर्म विशेष के लोग साधु-संतों से बदला ले रहे हैं। बड़ी संख्या में संत महाराष्ट्र सरकार का घेराव करेंगे और इस मामले में कार्रवाई के लिए दबाव भी बनाएंगे। श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में हिंदुओं की सरकार है। शिवसेना शुरू से संत महापुरूषों का आदर सत्कार करती आयी है। 3 मई को लॉकडाउन के खत्म होने के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष व महामंत्री अन्य पदाधिाकारियों के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से मिलेंगे। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरी महाराज ने कहा कि अखाड़े के दो संतों की हत्या करने वालों को कभी माफ नहीं किया जाएगा। महाराष्ट्र सरकार को हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार करना चाहिए। मां मंशा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज, निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरि महाराज ने भी संतों की हत्या पर रोष व्यक्त करते हुए हत्यारों को गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिए जाने की मांग की है। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज, कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज, महंत दामोदर दास, स्वामी ऋषिश्वरानन्द महाराज, स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी, स्वामी हरिचेतनानंद महाराज, म.म.स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज, पूर्व पालिका अध्यक्ष स्वामी सतपाल ब्रह्मचारी महाराज, बाबा हठयोगी, स्वामी प्रबोधानंद गिरी, महंत लखन गिरी, महंत निर्मलदास, स्वामी रविदेव शास्त्री, महंत रूपेंद्र प्रकाश, महंत दर्शन सिंह, स्वामी ललितानंद गिरि आदि ने भी संतों की हत्या की निंदा करते हुए दोषियों को गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिए जाने की मांग की है।