गायत्री परिवार ने 80 हजार से अधिक परिवारों तक पहुंचायी राहत सामग्री
हरिद्वार। इस समय सम्पूर्ण समाज में कोरोना वायरस के कारण विकट समस्या खड़ी है। इससे दो जून की रोटी कमाने वालों पर पहाड़ सा कष्ट आ गया है। देश भर में लाकडाउन होने के कारण उन्हें काम नहीं मिल रहे हैं और बाजार भी बंद है। ऐसी स्थिति में उन्हें राशन आदि नहीं मिल पा रहा है। हालांकि प्रशासन सहित विभिन्न सामाजिक संस्थाएं भी जरुरतमंदों तक हर संभव सहायता पहुंचाने में जुटे हैं। विपदा की इस घड़ी में अखिल विश्व गायत्री परिवार के हजारों स्वयंसेवक, कोरोना वारियर्स जरुरतमंदों तक राशन, दवा, रक्तदान आदि जरुरतमंदों तक पहंुचाने में रात-दिन जुटे हैं।
यह बातें अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या ने महाराष्ट्र, गुजरात एवं मुंबई आदि राज्यों के युवाओं, गायत्री परिवार के कोरोना वॉरियर्स के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये चर्चा करने के दौरान कहीं। उन्होंने बताया कि पीडि़तों की सेवा सर्वश्रेष्ठ धर्म है। पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जरुरतमंदों की सेवा को नारायण सेवा की तरह मानते रहे हैं। गायत्री परिवार इस सूत्र के साथ आगे बढ़ रहा है। लॉकडाउन के पहले दिन से गायत्री परिवार की आपदा प्रबंधन टीम सेवा कार्य में जुटी है। हमारी टीम ने अब तक 80 हजार से अधिक परिवारों तक राशन, दवा आदि पहुंचाया चुकी है। यह क्रम देश के विभिन्न क्षेत्रों में अनवरत रूप से जारी है। साथ ही गायत्री परिवार के हजारों युवा कोरोना वारियर्स के रूप में जरुरतमंदों के लिए रक्तदान भी कर रहा है। गायत्री चेतना केन्द्र मुंबई, महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, बिहार, उप्र, मप्र, पंजाब, उत्तराखण्ड सहित देश भर के गायत्री साधकों ने जरुरतमंदों तक राहत सामग्री पहुंचा रहे हैं। डॉ. पण्ड्या ने ऐसे युवाओं का उत्साहवर्धन करते हुए इसे समय की महती आवश्यकता बताया। वहीं देसंविवि के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या भी युवाओं को वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से राहत सेवा के लिए प्रेरित किया। वहीं शांतिकंुज ने कोरोना योद्धाओं को समर्पित एक गीत जारी को चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी, पुलिस, सेना, मीडिया, प्रशासन को अपनी भावांजलि समर्पित की।