हरिद्वार। शिवालिक नगर वैश्य समाज के संरक्षक संजीव गुप्ता व गौरव गुप्ता ने कहा कि सेवा भावना से किए कार्य का फल हमेशा सुखदाई होता है। सेवा का कोई भाव नहीं होता और निस्वार्थ भाव से की गई सेवा ईश्वर पूजा के समान होती है। निरंजनी अखाड़ा स्थित चरण पादुका मंदिर में श्रीमहंत रविंद्रपुरी का आशीर्वाद लेने पहुंचे संजीव गुप्ता व गौरव गुप्ता ने श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज के सेवा कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना संकट में श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने जिस सेवा भावना के साथ हरिद्वार व उत्तराखण्डवासियों को जो मदद की है। उसने उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरे भारत में एक अलग छाप छोड़ी है। उन्होंने कहा कि इस आपदा में श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने प्रत्येक जरूरतमंद तक राशन व भोजन पहुंचाने के साथ प्रशासन को पूरा सहयोग दिया। उनकी सेवा भावना से अनेक संस्थाओं और लोगों को प्रेरणा मिली और वे मदद के लिए लिए आगे आए। परमार्थ के लिए समर्पित संत के जीवन को श्रीमहंत रविन्द्रपुरी ने पूरी तरह साकार कर दिया है। उनके द्वारा लॉकडाउन में शुरू किए गए विशेष सेवा प्रकल्पों से कठिनाईयों में फंसे हजारों गरीब, मजदूरों को सहारा मिला। इस अवसर पर मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी प्रदीप शर्मा, स्वामी राजपुरी, धनंजय गिरी, अमृत गिरी, मनोज मंत्री, टीना, आदिल, प्रतीक सूरी आदि मौजूद रहे।