हरिद्वार। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हरिद्वार इकाई के कार्यकर्ताओं ने आज संस्कृत छात्रों की समस्याओं को लेकर उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर देवी प्रसाद त्रिपाठी को ज्ञापन दिया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने संस्कृत छात्रों की समस्याओं को लेकर के संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति से मुलाकात की एवं छात्रों की समस्याओं से अवगत कराया। विद्यार्थी परिषद ने इस महीने की 11 एवं 12 मई को प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्रों से संपर्क कर कोरोना वायरस से बचाव के साथ ही छात्रों की शैक्षिक समस्याओं को लेकर एक अभियान चलाया। अभियान के तहत छात्रों ने बताया की संस्कृत छात्र सुदूर पर्वतीय क्षेत्र से तथा अन्य प्रदेशों से पढने के लिए हरिद्वार आते हैं। इस समय छात्रों की सबसे बड़ी समस्या परीक्षा को लेकर है। पर्वतीय क्षेत्रों में नेटवर्क समस्या होने के कारण छात्रों का संपर्क विश्वविद्यालय एवं विश्वविद्यालय के अध्यापकों से नहीं हो पा रहा है। जिस कारण ऑनलाइन अध्ययन नहीं हो पा रहा है।
साथ ही परीक्षा आवेदन शुल्क जमा करने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। परिषद ने दो विभिन्न समस्याओं एवं परीक्षा प्रणाली को लेकर एक ज्ञापन कुलपति को दिया। अभाविप के जिला संयोजक राहुल चौधरी ने कहा कि विद्यार्थी परिषद बिना परीक्षा कराएं ही विद्यार्थियों को प्रमोट किये जाने कि प्रणाली का मुखर विरोध करती है। साथ ही परीक्षा उस माध्यम से कराई जाए जिसका प्रयोग विश्वविद्यालय तथा समस्त संबद्ध महाविद्यालय का प्रत्येक विद्यार्थी सुगमता से कर सकें। उन्होंने असाइनमेंट सिस्टम, ओपन बुक सिस्टम, कैरी ओवर सिस्टम से भी परीक्षा कराये जाने के विकल्प हो सकते हैं।
कहाकि यदि परीक्षा चली आ रही प्रणाली से ही करायी जानी हो तो उसमें परीक्षा समकय तीन घंटे के बजाय दो घंटे का किया जाए। बहुविकल्पीय प्रश्नों के साथ ही प्रश्नों की संख्या कम व अंक दोगुने किये जाएं।
ज्ञापन देने वालों में अभाविप के विभाग संगठन मंत्री राहुल सारस्वत, प्रदेश सह-कोषाध्यक्ष डॉ. नवीन पंत, प्रदेश सह मंत्री चर्चित वालियान, जिला संयोजक राहुल चौधरी, विभाग सह- संयोजिका निवेदिता सिंह उपस्थित रहे।