हरिद्वार। रोशनाबाद कोर्ट में अपनी 17 सूत्रीय मांगों को लेकर वकीलों का चौथे दिन भी आमरण अनशन जारी रहा। वकीलों ने केंद्र व राज्य सरकार के प्रति रोष जताया। उन्होंने कोरोना महामारी के चलते तीन महीने से आंशिक रूप से बंद कोर्ट में सुचारू रूप से काम शुरु करने की मांग की। गुरुवार को रुड़की, लक्सर से पहुंचे वकीलों ने अनशन पर पहुंचकर मांगों का समर्थन किया।
गुरुवार को रोशनाबाद कचहरी परिसर में आमरण अनशन पर वरिष्ठ अधिवक्ता संजीव कुमार वर्मा,संदीप कुमार वर्मा व अजय काका बैठे। वहीं, मुख्य अनशनकारी संजीव कुमार वर्मा के गिरते स्वास्थ्य पर वकीलों ने चिंता जताई। वरिष्ठ अधिवक्ता ठाकुर जितेन्द्र सिंह ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार को वकीलों की उपेक्षा की कीमत चुकानी पड़ेगी। अधिवक्ता वर्ग हमेशा पीडि़त, उपेक्षित वर्गों के लोगों के अधिकारों की लड़ाई लड़ने का काम करते हैंवरिष्ठ वकील एस के भामा ने कहा कि अधिवक्ता समाज सरकार से कोर्ट का काम सुचारू रूप से चलाने और अर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग कर रहा है। इसके बावजूद भी सरकार वकीलों के प्रति गंभीर नही है। आगे कई महीनों तक कोरोना महामारी का प्रकोप जारी रहने की संभावना है । ऐसे में वकीलों को आर्थिक संकट के चलते बुरी दशा का सामना करना पड़ सकता है। अरविंद श्रीवास्तव ने कोर्ट में काम व आजीविका के लिए परेशान वकीलों की परेशानी को देखते हुए केंद्र व प्रदेश सरकार से सहायता नही मिलने तक आमरण अनशन जारी रखने की बात कही।
अनशन पर पूर्व बार संघ अध्यक्ष सुशील कुमार, जगदीप शर्मा, कुलवंत सिंह,एसके भामा, विद्यासागर श्रीवास्तव, मुहम्मद हनीफ,राव गुलफाम, अर्जुन कश्यप, देवेंद्र चौहान, मोतीलाल कौशल, सुरेंद्र शर्मा, राकेश सिंह द्वितीय, मनोहर भट्ट, विनय गर्ग, शिवम शर्मा, विनोद कुमार आजाद, विनोद आनंद, सीताराम, अनिल वालिया, जितेन्द्र सिंघानिया, सचिन बेदी, बिक्रम यादव, राव फरमान अली, सविंदर गिल, उस्मान आरिफ, राकेश नेगी, अतुल कुमार शर्मा, गोपाल चतुर्वेदी, सुमित कुमार, राजीव तोमर, प्रशांत नारंगवानी, जितेंद्र कुमार, धर्मवीर सिंह, आनंद कुमार व सोनू राणा ने पहुंचकर मांगों का का समर्थन किया।