हरिद्वार। प्रदेश व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष संजीव चौधरी ने भेल के निजीकरण ना किए जाने की मांग को लेकर फाउंड्री गेट से नंगे पाव सत्याग्रह परिक्रमा की। जो भेल के मेन गेट होते हुए 8 किलोमीटर चलकर वापस फाउंड्री गेट पर ही संपन हुई।
इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष संजीव चौधरी ने कहाकि भेल भारत की शान है। यदि भेल का निजीकरण किया गया तो वे किसी भी आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगें। उन्होंने कहाकि भेल हरिद्वार की आत्मा में बस्ती है और हमेशा लाभ में ही रहने वाली इकाई रही है। परन्तु पिछले कुछ सालों से भेल को काम ना देकर निजी फैक्ट्रियों को काम दिया जा रहा है। अब भेल के बैरियर से सीआईएसएफ के जवानांे को भी हटा लिया गया है। जिससे लगता है की भेल को बेचने की तैयारी चल रही है। भेल भारत के महारत्नों में शामिल है और हजारों परिवारों की आजीविका के साथ-साथ भावनाओं से भी जुड़ी हुई है। चौधरी ने कहा हरिद्वार के लिए गौरव की बात है की भेल हमारे शहर में है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्होंने भेल का निजीकरण ना किये जाने की मांग की। उन्होंने केन्द्र सरकार से आग्रह किया कि लाखों लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए भेल को काम दिया जाए और भेल को और अच्छा बनाया जाए। चौधरी ने कहाकि निजीकरण देश के लिए अच्छा नहीं है। ये आने वाले समय में आर्थिक भी नुकसान देगा।
सत्याग्रह यात्रा में मुख्य रूप से सुरेश मखीज, अरविन्द चौधरी, संजीव कुमार, विभास सिन्हा, अशोक उपाध्याय, जातिन हांडा, राजू ठाकुर, दिनेश धीमान व हेमंत कश्यप आदि शामिल रहे।