हरिद्वार। जमालपुर में स्थित 3 बीघा जमीन पर पटवारी द्वारा अवैध कब्जा किए जाने के विरोध में पीडित महिला ने 30 दिसम्बर को अपने बच्चों सहित आत्मदाह की चेतावनी दी है। महिला का आरोप है कि उक्त मामले में शासन प्रशासन से लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय तक शिकायत की गई। लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। मजबूरन उसे आत्महत्या करने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है।
प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कामिनी रानी पत्नी विक्रांत चैहान निवासी पांडे वाला, ज्वालापुर ने बताया कि जमालपुर में उसकी 3 बीघा जमीन पर पटवारी ने अवैध कब्जा जमा रखा है। इसकी शिकायत उन्होंने शासन प्रशासन के आला अधिकारियों से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके उपरांत 5 नवंबर को पत्रकारों के सामने भी अपनी बात रखी। इसके उपरांत हरिद्वार के जिलाधिकारी के संज्ञान में घटना को 45 दिन बीत गए। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। कामिनी ने बताया कि इस बीच पटवारी के आदमियों ने उन्हें धमकाना भी शुरू कर दिया है। पटवारी 30 बीघा सरकारी जमीन पर भी अवैध कब्जे करवा रहा है। महिला ने बताया मेरी 33 बीघा जमीन में से पहले ही 30 बीघा जमीन सरकारी खाते में चली गयी और बची हुई 3 बीघा जमीन पर पटवारी ने कब्जा कर लिया है। इस सदमेें में उसका पति मानसिक रूप से बीमार हो गया है। घर का खर्च चलाने के लिए कोई कामकाज भी नहीं है। कामिनी ने कहाकि बढ़ते हुए कर्जो के चलते बच्चों की पढ़ाई छूट गई है। बच्चों का भविष्य भी चैपट हो रहा है। न्याय की उम्मीद नहीं है इसके चलते परेशान महिला ने आगामी 30 दिसंबर को आत्महत्या करने की चेतावनी दी है। पत्रकार वार्ता में गोरी सेवा समिति के अध्यक्ष श्याम सिंह, उपाध्यक्ष नीतू कश्यप सहित अन्य लोग मौजूद रहे।